सेंट्रल डेस्क : भारत को अंतरिक्ष से देखना हमेशा एक खास अनुभव रहा है। जब यह सवाल नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से पूछा गया, तो उनका जवाब भी उतना ही दिल छूने वाला था। उन्होंने भारत को ‘अद्भुत’ बताया और अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान भारत का जो दृश्य देखा, उसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सुनीता के जवाब से आई राकेश शर्मा की याद
यह सवाल पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा से भी पूछा गया था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे पूछा था कि भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है। तब राकेश शर्मा ने कवि मुहम्मद इकबाल की प्रसिद्ध लाइन ‘सारे जहां से अच्छा…’ का हवाला दिया था। चार दशक बाद, जब यही सवाल सुनीता विलियम्स से पूछा गया, तो उनका जवाब भी उतना ही भावनात्मक था। उन्होंने कहा, ‘अद्भुत, बस अद्भुत’।
अंतरिक्ष से भारत का दृश्य
सुनीता ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, ‘जब हम हिमालय के ऊपर से गुजरते थे, तो बुच विलमोर ने जो तस्वीरें लीं, वे अविश्वसनीय थीं। यह सच में अद्भुत था’। इसके बाद उन्होंने भारत के दृश्य का और अधिक विस्तार से वर्णन किया। सुनीता ने कहा, ‘जब आप पूर्व से गुजरात और मुंबई की ओर जाते हैं और मछली पकड़ने के बेड़े को देखते हैं, तो यह आपको यह अहसास दिलाता है कि हम भारत आ गए हैं। पूरे भारत में रोशनी का जो नेटवर्क दिखाई देता है, वह काफी अद्भुत है। बड़े शहरों से छोटे शहरों की ओर जाते हुए, रात के समय और दिन के समय भारत का दृश्य अविश्वसनीय था। और जब हिमालय की चोटी दिखाई देती है, तो यह दृश्य और भी सुंदर हो जाता है’।
सुनीता ने जताई भारत के प्रति अपनी मोहब्बत
सुनीता विलियम्स अक्सर भारत के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त करती हैं। इस बार उन्होंने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए भारत के प्रति अपनी मोहब्बत को व्यक्त किया। उनके अनुसार, अंतरिक्ष से भारत का दृश्य बहुत ही खास और आकर्षक था। इसके अलावा, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे भारतीय अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम में मदद करेंगी, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम किसी समय मिलेंगे और भारत में और अधिक लोगों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे, क्योंकि यह एक महान देश है और एक अद्भुत लोकतंत्र है’।
‘पिता के देश’ भारत की यात्रा करने की उम्मीद
सुनीता ने यह भी कहा कि वह अपने ‘पिता के देश’ की यात्रा करने की उम्मीद करती हैं। उनके साथ उनके अंतरिक्ष स्टेशन पर सहयोगी बुच विल्मोर भी भारत दौरा करने के इच्छुक हैं। उनका कहना है कि यह एक अद्भुत अवसर होगा और वे भारत के लोगों से जुड़ने के लिए तत्पर हैं।
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