– रेलवे को हुआ 200 करोड़ से अधिक का नुकसान, यात्रियों को लौटाए 5 लाख रुपये
जमशेदपुर : Howrah Mumbai Train Route : दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल में बड़ाबांबो व राजखरसावां स्टेशन के बीच पोटोबेड़ा में 30 जुलाई को हुए ट्रेन हादसे के 58 घंटे बाद हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो गया है। इसके पूर्व बुधवार रात करीब 9 बजे अप लाइन पर परिचालन शुरू किया गया था। इस लाइन से पहले इंजन को 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गुजारा गया। उसके बाद मालगाड़ी का परिचालन कर जांच की गई। लाइन सही पाए जाने के बाद सबसे पहले गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रैक से गुजरी।
Howrah Mumbai Train Route : गुरुवार को भी कई ट्रेनें रद्द
घटना के बाद से ही हावड़ा-मुंबई मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया था। वहीं कई ट्रेनों के रूट में बदलाव भी किया गया था। गुरुवार को भी रेल प्रशासन ने टाटानगर-खड़गपुर मेमू ट्रेन को रद्द कर दिया था, जबकि कांटाबाजी-हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस को 2 अगस्त को रद्द किया गया है। इधर, ऋषिकेश-पुरी कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस और हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस को परिवर्तित समय पर चलाने का निर्णय लिया गया है। दूसरी ओर शालीमार-कुर्ला ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस भी गुरुवार को रद्द कर दी गई।
Howrah Mumbai Train Route : रेलवे को 200 करोड़ से अधिक का नुकसान
इस दुर्घटना से रेलवे को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। बताया जाता है कि इस दुर्घटना के कारण रेलवे को 200 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। घटना के बाद 25 मालगाड़ियों को बड़ाबांबो स्टेशन पर खड़ा रखा गया था, जो परिचालन शुरू होने तक स्टेशन पर ही खड़ी रहीं। इसके अलावा अन्य स्टेशनों पर भी मालगाड़ियां खड़ी रहीं। दूसरी ओर यात्रियों ने अपने टिकट भी रद्द कराए। सिर्फ टाटानगर स्टेशन से ही एक हजार से अधिक यात्रियों ने टिकट रद्द कराए, जिसमें रेलवे ने पांच लाख से ज्यादा रकम यात्रियों को लौटाए।
Howrah Mumbai Train line : रेल हादसे की प्रारंभिक जांच में 34 रेल कर्मियों से पूछताछ
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के बड़ाबांबो और राजखरसंवा स्टेशन के बीच पिछले मंगलवार की सुबह 3.39 बजे मुंबई मेल की दुर्घटना को लेकर प्रारंभिक जांच शुरू हो गई है। इसमें खुलासा हुआ है कि कंट्रोल रूम से एक्शन में देरी की वजह से हादसा हुआ।
इस मामले को लेकर गुरूवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ब्रजेश कुमार मिश्रा हादसे से जुड़े रेलवे के सात विभागों के 34 रेल कर्मियों से मंडल मुख्यालय में पूछताछ कर रहे हैं। सुबह 11 बजे से शुरू हुई पूछताछ देर शाम तक जारी रही। जिन रेल कर्मियों से पूछताछ की जा रही है उनमें ट्रेन संख्या 12810 हावड़ा मुंबई मेल और मालगाड़ी के चालक दल, ट्रेन मैनेजर, टीटीई, बड़ाबांबो के स्टेशन मैनेजर, कंट्रोलर व अन्य शामिल हैं।
हादसे को लेकर चल रही सीआरएस की जांच से पूरे रेल मंडल में हड़कंप है। सभी को अब अपनी नौकरी का डर सताने लगा है। सीआरएस के समक्ष बारी-बारी से 34 चिह्नित रेल कर्मियों को बुला कर हादसे से जुड़ी जानकारी ली जा रही है, ताकि हादसे की मूल वजह तक पहुंचा जा सके। इस हादसे में दोषी रेल कर्मियों की पहचान हो सके। सीआरएस द्वारा हादसे के हर पहलू को ध्यान में रखकर सवालों का जवाब कलमबंद किया जा रहा है।
बता दें कि हादसे के कुछ ही घंटों बाद दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम अनिल कुमार मिश्रा ने जांच के आदेश दिए थे। सीआरएस द्वारा की जा रही पूछताछ में सामने आ रही जानकारियों को फिलहाल सार्वजानिक नहीं किया गया है। गोपनीय तरीके से जांच की प्रक्रिया चल रही है। बताया जा रहा है की मुंबई मेल हादसे की जांच के बाद जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई निश्चित है। जिम्मेदार रेलकर्मी को नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है।