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Mahakumbh 2025 AC Coach Glass Broke :  महाकुंभ जाने के लिए बिहार के रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़, ट्रेन में घुसने के लिए तोड़ डाले AC कोच के शीशे

by Rakesh Pandey
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समस्तीपुर/नवादा : महाकुंभ स्नान के लिए बिहार के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। इस भीड़ ने तब समस्या उत्पन्न की, जब यात्रियों को ट्रेन में जगह नहीं मिली। निराश और परेशान यात्रियों ने स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के सभी एसी कोच के शीशे तोड़ दिए, जिससे हंगामा मच गया। इस घटना में कई यात्री घायल हो गए और यात्रियों में रेल प्रशासन के प्रति गहरी नाराजगी देखी गई। ऐसा ही एक मामला बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन से सामने आया है, जहां लोगों की भीड़ ने ट्रेन में घुसने के लिए एसी कोच के शीशे ही तोड़ दिए। इस घटना के दौरान ट्रेन में बैठे यात्री बाल-बाल बचे। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के AC कोच के शीशे तोड़े

यह घटना जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में हुई, जो महाकुंभ के लिए प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं से भरी हुई थी। ट्रेन के जनरल डिब्बों से लेकर एसी कोच तक यात्रियों की इतनी भीड़ थी कि खड़े होने तक की जगह नहीं थी। यात्रियों के मुताबिक, जब मधुबनी स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया गया, तो पहले से ही भीड़ होने के कारण डिब्बों को बंद कर दिया गया। इस पर यात्रियों ने गुस्से में आकर ट्रेन के सभी एसी कोच के शीशे तोड़ दिए।

इस घटना में कई यात्री घायल हो गए और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि रेल प्रशासन को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। यात्रियों का कहना था कि घटना के दौरान न तो ट्रेन में कोई टिकट निरीक्षक (टीटीई) था और न ही सुरक्षा कर्मी, जिससे स्थिति और खराब हो गई।

नवादा स्टेशन पर भीड़, यात्रियों की नाराजगी

नवादा स्टेशन पर भी माघ पूर्णिमा के अवसर पर कुंभ स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। प्लेटफार्म नंबर 2 पर गोडा-नई दिल्ली हमसफ़र एक्सप्रेस जब रुकी, तो अफरातफरी मच गई। श्रद्धालु भारी संख्या में ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, जिससे कई रिजर्वेशन वाले यात्री भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए और उनकी ट्रेन छूट गई।

यात्रियों ने बताया कि स्टेशन पर एक भी पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दिया और रेलवे प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही थी। अपनी सीट तक पहुंचने के लिए यात्री बार-बार प्रयास करते रहे, लेकिन भीड़ की वजह से ट्रेन में चढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिला। इसके बाद जब बोगियों के दरवाजे बंद कर दिए गए, तो कुंभ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं ने दरवाजे के शीशे तोड़ने का प्रयास किया। हालांकि, यात्री उग्र हो गए थे, जिसके बाद स्टेशन प्रशासन ने बोगियों के दरवाजे खोल दिए, लेकिन इस दौरान अफरातफरी का माहौल बना रहा।

कंफर्म टिकट वाले यात्री भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए

कंफर्म टिकट वाले यात्रियों ने भी शिकायत की कि भारी भीड़ के कारण वे अपनी निर्धारित सीट तक नहीं पहुंच पाए। बहुत से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की करनी पड़ी। इस स्थिति ने यात्रियों को बेहद परेशान किया और वे अपनी यात्रा में कई घंटों की देरी का सामना करने के लिए मजबूर हो गए।

यात्रियों ने यह भी कहा कि रेलवे प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई खास उपाय नहीं किए, जिसके कारण यात्रियों को मुश्किलें झेलनी पड़ीं। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि कुंभ स्नान के लिए उनका प्रयागराज जाना बहुत महत्वपूर्ण था, और इस स्थिति ने उनकी यात्रा को और भी कठिन बना दिया।

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