चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों के विरुद्ध सुरक्षा बलों के चल रहे अभियान में एक और सफलता मिली है। रविवार को पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए 3 किलो के एक आईईडी बम को पुलिस ने बरामद किया है। यह बम नक्सलियों ने लगाया था। बाद में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जंगल में ही इसे नष्ट कर दिया गया। जानकारी के अनुसार पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटों थाना क्षेत्र के नक्सलियों के खिलाफ के वनग्राम सरजामबुरु , जीम्कीइकीर गांव जंगल और पहाड़ों में सुरक्षा बलों का अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस को निशाना बनाने के लिए जीम्कीइकीर गांव जंगल और पहाड़ों से पूर्व में लगाया गया 3 किलो आईईडी बम बरामद किया गया। बम निरोधक दस्ते की सहायता से इसे उसी स्थान पर सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया गया।
सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई
चाईबासा पुलिस, कोबरा 203 , 209 बटालियन, झारखंड जगुआर एवं सीआरपीएफ 26 , 60 , 134 , 174 , 193 , 197 बटालियन की टीमों ने संयुक्त रूप से नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया है। विश्वस्त सूचना के आधार पर 9 मार्च से टोंटों थाना क्षेत्र के नक्सलियों के खिलाफ के वनग्राम सरजामबुरु , जीम्कीइकीर गांव के सीमावर्ती जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी
प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के शीर्ष नेताओं मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा सहित कई नक्सली दस्तों के सदस्य सारंडा-कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के इरादे से सक्रिय हैं।

