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हिमाचल प्रदेश में शराब पीते हुए कहीं गिर गए, तो पुलिस आपको सम्मान सहित होटल छोड़ कर आएगी

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विंटर कार्निवल के दौरान जो भी पर्यटक परिवार के साथ आए, वो यदि झूम जाए तो उन्हें हवालात ना छोड़ा जाए। बल्कि होटल छोड़ा जाए।

by Reeta Rai Sagar
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शिमला : नया साल है, जेनेरेशन बीटा आने वाली है, हर कोई अपने हिसाब से नया करने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में इस New Year पर हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने भी कुछ नया करने की सोची है। यदि आप हिमाचल में घूमते-घूमते रात को कहीं खा-पीकर गिर गए, तो हिमाचल प्रदेश की पुलिस आपको ससम्मान आपके होटल छोड़ कर आएगी।

2 जनवरी तक चलेगा विंटर कार्निवल

हिमाचल प्रदेश में खाने-पीने की दुकानें, ढाबे, होटल, रेस्टोरेंट चौबीसों घंटे खुली रहेंगी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू का शराबियों पर पुलिस एक्शन वाला एक बयान वायरल हुआ। 24 दिसंबर को शिमला में विंटर कार्निवल की शुरुआत हुई, जो 2 जनवरी तक चलेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विंटर कार्निवल के दौरान जो भी पर्यटक परिवार के साथ आए, वो यदि झूम जाए तो उन्हें हवालात ना छोड़ा जाए। बल्कि होटल छोड़ा जाए। हिमाचल में अतिथियों का सम्मान किया जाता है, उसका पालन करना है।

24 घंटे खुले रहेंगे होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बर्फबारी से निपटने के लिए भी प्रदेश पूरी तरह से तैयार है। सरकार ने फैसला लिया है कि 5 जनवरी तक होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट 24 घंटे खुले रह सकते हैं, जिससे पर्यटकों को कभी भी हिमाचल आना हो, तो उन्हें हर समय सुविधा मिले। कोई भी भूखा नहीं रहे।

अब ऐसा ही दावा उत्तराखंड के लिए भी किया जा रहा है। यानी अगर पर्यटक हिमाचल की जगह उत्तराखंड जाते हैं, तो सरकारी आदेशानुसार वहां भी खाने-पीने की दुकानें 24 घंटे खुली मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में रेस्तरां बंद नहीं होंगे और वे आगंतुकों की भारी भीड़ को पूरा करने के लिए 2 जनवरी तक 24×7 खुले रह सकते हैं।

कानून व्यवस्था बनी रहे

सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि यह निर्णय कई विधायकों के अनुरोध पर लिया गया था, जिन्होंने आगंतुकों की अत्यधिक भीड़ का हवाला दिया था। हिमाचल में कोई भी मेहमान भूखा न सोए। यही कारण है कि हमने यह निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रतिष्ठानों में और उसके आसपास कानून व्यवस्था बनी रहती है तो सरकार इस व्यवस्था को जारी रखने की सोच सकती है।

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