Amman (Jordan) : एशियाई अंडर-15 और अंडर-17 मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन जारी है। शनिवार को हुए सेमीफाइनल मुकाबलों में भारत के युवा मुक्केबाजों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए कुल 14 स्थानों पर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली। इस दमदार प्रदर्शन के साथ ही भारत ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में पहले ही 43 पदक पक्के कर लिए हैं।
अंडर-15 वर्ग में भारतीय महिला मुक्केबाजों का दबदबा देखने को मिला। सेमीफाइनल में रिंग में उतरीं 12 महिला मुक्केबाजों में से 10 ने शानदार जीत दर्ज करते हुए फाइनल का टिकट कटाया। कोमल (30-33 किग्रा), नव्या (58 किग्रा) और सुनैना (61 किग्रा) ने अपने विरोधियों को रेफरी द्वारा मुकाबला रोके जाने (आरएससी) के आधार पर शिकस्त दी, जो उनकी श्रेष्ठता का प्रमाण था। वहीं, खुशी अहलावत (35 किग्रा), तमन्ना (37 किग्रा), प्रिंसी (52 किग्रा) और तृषाना मोहिते (67 किग्रा) ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। मिल्की मीनम (43 किग्रा) को अपनी जीत के लिए थोड़ा अधिक संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अंततः 3-2 के करीबी अंतर से बाजी मार ली। स्वी (40 किग्रा) और वंशिका (70 किग्रा से अधिक) को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण सेमीफाइनल में बाई मिली, जिससे वे सीधे फाइनल में पहुंच गईं।
पुरुषों की अंडर-15 प्रतियोगिता में भी भारतीय मुक्केबाजों ने अपना दमखम दिखाया। संस्कार विनोद (35 किग्रा) किर्गिस्तान के आर्सेन जोरोबेव के खिलाफ आरएससी से जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। उनके अलावा, रुद्राक्ष सिंह खैदेम (46 किग्रा), अभिजीत (61 किग्रा) और लक्ष्य फोगाट (64 किग्रा) ने भी अंकों के आधार पर जीत हासिल करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
इस शानदार प्रदर्शन के साथ, भारत ने एशियाई अंडर-15 और अंडर-17 मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है और अब सबकी निगाहें इन 14 मुक्केबाजों पर टिकी हैं कि वे फाइनल में कैसा प्रदर्शन करते हैं और देश के लिए कितने स्वर्ण पदक जीत कर लाते हैं।