नई दिल्ली 11 May 2025: शनिवार की शाम भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा के बाद देर रात कहीं जाकर सीमा पर शांति लौटी। घोषणा के ठीक तीन घंटे बाद पाकिस्तान की तरफ से दोबारा भारत के अलग-अलग शहरों में ड्रोन भेजे गए। भारतीय सेना ने इन्हें निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद दोबारा देर रात भारतीय विदेश सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पड़ोसी मुल्क को चेतावनी दी। इसके बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपने देश को संबोधित किया। इसमें उन्होंने भारत के साथ युद्ध विराम की इच्छा जताई।
इससे पहले भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच दोपहर 3:35 बजे हुई बातचीत के बाद शाम 5 बजे से जल, थल और नभ में सभी सैन्य गतिविधियां रोकने पर सहमति बनी। यह फैसला द्विपक्षीय स्तर पर लिया गया, जिसमें किसी तीसरे देश की मध्यस्थता की कोई भूमिका नहीं थी। हालांकि, इसके बाद भी कुछ क्षेत्रों में तनाव और सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं दर्ज की गईं, जिसने इस नाजुक शांति की स्थिरता पर सवाल उठाए।
सीजफायर की पृष्ठभूमि
यह सीजफायर ऐसे समय में हुआ, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए। इससे दोनों देशों के बीच तल्खी को बढ़ा दिया। भारत ने इसके जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों को भारत ने नपी-तुली और आतंकवाद-विरोधी कार्रवाई करार दिया, जबकि पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सीमा पर गोलीबारी, ड्रोन हमले और जवाबी कार्रवाइयों का सिलसिला शुरू हो गया।
शांति की ओर कदम
सीजफायर की घोषणा के बाद देर रात तक जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी और धमाकों की आवाजें थम गईं। भारतीय सेना ने अपनी सतर्कता बरकरार रखते हुए सीमा पर सभी एयर डिफेंस यूनिट्स को सक्रिय रखा। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत ने पाकिस्तान के झूठे दावों, जैसे एस-400, ब्रह्मोस बेस और हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाने की बात को खारिज किया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस अवसर पर कहा कि भारत की कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ लक्षित और संतुलित थीं।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सीजफायर को अपनी मध्यस्थता का परिणाम बताया, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया कि यह फैसला दोनों देशों के बीच सीधे बातचीत से लिया गया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा सऊदी अरब और चीन जैसे देशों का सीजफायर में बहुत सहयोग रहा।
चुनौतियां और उल्लंघन की घटनाएं
हालांकि, सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया। श्रीनगर, अखनूर, राजौरी और पंजाब के कुछ हिस्सों में ड्रोन गतिविधियां और गोलीबारी की खबरें सामने आईं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में धमाकों की आवाजें सुनने की पुष्टि की। भारतीय सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और कई ड्रोनों को नष्ट किया। विदेश मंत्रालय ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को इस उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए चेतावनी दी कि किसी भी आक्रामकता का सख्त जवाब दिया जाएगा।
आगे की राह
सीजफायर ने दोनों देशों को युद्ध के कगार से वापस लाने में मदद की है, लेकिन इसका भविष्य अनिश्चित है। भारत ने साफ कर दिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। 12 मई को होने वाली डीजीएमओ की अगली बातचीत इस समझौते की दिशा तय करेगी।कांग्रेस ने इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है, ताकि इस संवेदनशील मुद्दे पर सभी दलों को विश्वास में लिया जाए। दोनों देशों के सेलेब्स ने भी सोशल मीडिया पर इस मामले में अपनी प्रक्रिया दी है।
अब आगे क्या
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा ने सीमा पर तनाव को अस्थायी रूप से कम किया है, लेकिन देर रात के उल्लंघनों ने इसकी नाजुकता को उजागर किया। दोनों देशों को अब शांति की इस खिड़की का उपयोग बातचीत और विश्वास-निर्माण के लिए करना होगा। भारत की सख्त नीति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दबाव इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
सीजफायर पर वार्तालाप कल
शनिवार शाम को भारत के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि भारत और पाकिस्तान सीमा पर संघर्षविराम (Ceasefire) के लिए सहमत हो गए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पुष्टि की कि यह सहमति दोनों देशों के डीजीएमओ (Director General of Military Operations)** के बीच बातचीत के बाद बनी। अगली बातचीत 12 मई को प्रस्तावित है, जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
भारतीय सेना का बयान
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से फैलाई जा रही कुछ खबरों को झूठा और भ्रामक बताया। सेना ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा यह दावा करना कि उसके JF-17 लड़ाकू विमानों ने भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम** और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को नुकसान पहुँचाया है, पूरी तरह गलत और निराधार है।
जयशंकर का सख्त रुख
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, “भारत की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे।“
सीजफायर के तुरंत बाद उल्लंघन
अगले 24 घंटे बेहद अहम भारत सरकार स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और 12 मई को होने वाली डीजीएमओ मीटिंग में इन उल्लंघनों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जा सकता है। भारत यह स्पष्ट कर चुका है कि वह शांति का पक्षधर है, लेकिन किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई का माकूल जवाब दिया जाएगा। लिहाजा अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
पाकिस्तान ने अपने विमानों के लिए अपना एयर स्पेस खोला
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के तुरंत बाद पाकिस्तान ने एक बड़ा फैसला लिया है। पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को सभी प्रकार के यातायात के लिए खोलने का ऐलान किया है। इससे विमानों की आवाजाही आसान हो जाएगी। भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। लेकिन, यह कदम उसे बैकफायर कर गया था। इससे उसे रोजाना करोड़ों का नुकसान हो रहा था।
दरअसल, जब कोई विमान किसी देश के हवाई क्षेत्र से गुजरता है तो वह देश उस विमान से कुछ पैसे लेता है। इसे ‘ओवरफ्लाइट फीस’ कहते हैं। एयरस्पेस बंद करने के बाद पाकिस्तान को यह फीस मिलना बंद हो गई थी। भारतीय विमान पाकिस्तान के ऊपर से नहीं जा रहे थे। वे लंबा रास्ता ले रहे थे।
आखिरकार बिग बी की टूटी चुप्पी
पहलगाम हमले के लगभग 20 दिन बाद और ऑपरेशन सिंदूर के लगभग पांच दिन बाद अमिताभ बच्चन ने इस पूरे मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। बिग बी ने इस मामले में पहली बार सेना को सलाम करते हुए और आतंकवादियों पर निशाना साधते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया है। बिग बी ने इस पोस्ट में अपने बाबू जी यानी कि हरिवंश राय बच्चन की कुछ पंक्तियों का भी जिक्र किया है।
बिग बी ने पहलगाम घटना और ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र
बिग ने पोस्ट में पहलगाम हमले में आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछकर गोली मारने की घटना का जिक्र करते हुए लिखा, “छुट्टियां मनाते हुए, उस राक्षस ने निर्दोष पति पत्नी को बाहर खींच कर पति को नग्न कर उसके धर्म की पूर्ति करने के बाद उसे जब गोली मारने लगा। तो पत्नी के घुटने पे गिर कर रो-रो कर अनुरोध करने के बाद भी उसके पति को न मारो। उसके पति को उस बुजदिल राक्षस ने बेहद बेरहमी से गोली मार कर पत्नी को विधवा बना दिया। जब पत्नी ने कहा, मुझे भी मार दो। तो राक्षस ने कहा, नहीं, तू जाके ‘….’ को बता। बेटी की, मनःस्थिति पर पूज्य बाबूजी की एक कविता की पंक्ति याद आयी।
मानो वो बेटी ‘….’ के पास गई और कहा है ‘चिता की राख कर में, मांगती सिंदूर दुनिया’.. (बाबूजी की पंक्ति) इसके बाद “ …. “ ने दे दिया सिंदूर। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जय हिन्द जय हिन्द की सेना
तू ना थमें गा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, तू न झुकेगा कभी
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ
अग्निपथ! अग्निपथ ! अग्निपथ।
सीजफायर उल्लंघन पर वीरेंद्र सहवाग का पाकिस्तान पर फूटा गुस्सा, कहा-‘कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी रहेगी’
पाकिस्तान की एक और कायराना हरकत पर देशभर में गुस्सा है, और अब इस पर भारतीय क्रिकेट के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और देशभक्तों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
वीरेंद्र सहवाग का ट्वीट: पाकिस्तान को घेरा तीखे शब्दों में
वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान की हरकतों पर नाराजगी जताते हुए लिखा:
“कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है।”
भारत-पाक सीजफायर पर ट्रंप का बयान : ‘संभावित विनाश से बचाया, अब कश्मीर पर समाधान की बारी’

सेंट्रल डेस्क : भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताजा सीजफायर समझौते पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक भावुक और राजनीतिक रूप से अहम बयान दिया है। उन्होंने इस कदम को ऐतिहासिक, साहसिक और मानवीय करार देते हुए दोनों देशों की नेतृत्व क्षमता की सराहना की है। सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए ट्रंप ने कहा कि अगर यह टकराव युद्ध में बदलता, तो यह एक बड़ा विनाशकारी संकट बन सकता था, जिसमें लाखों निर्दोष लोगों की जान जा सकती थी।
ट्रंप ने कहा, ‘मैं भारत और पाकिस्तान के मज़बूत और दूरदर्शी नेतृत्व पर गर्व करता हूं। उन्होंने समय रहते संघर्ष को टालकर इतिहास में एक बहादुरी भरा अध्याय जोड़ा है’। उन्होंने अमेरिका की भूमिका को भी एक ‘निर्णायक सहयोगी’ के रूप में रेखांकित किया, मानो यह समझौता वाशिंगटन की मध्यस्थता के बिना संभव नहीं था।
कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि लंबे समय से चले आ रहे विवाद का स्थायी समाधान खोजा जाए। उन्होंने यहां तक कहा, ‘शायद हज़ार साल के बाद अब वह समय आ गया है, जब हम कश्मीर मुद्दे का हल तलाश सकें’। हालांकि, ट्रंप का यह बयान भारत की उस स्पष्ट नीति से मेल नहीं खाता, जिसमें कश्मीर को उसका आंतरिक मामला माना गया है और किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को खारिज किया गया है।
अमृतसर डीसी ने क्या कहा
भारत-पाकिस्तान के सीजफायर के बाद अब सीमा पर माहौल शांत है। वहीं चेनाब नदी पर बने रियासी के सलाल डैम के कई गेट खुले हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं अमृतसर डीसी ने सुबह एक बयान में कहा, “अब एक छोटा सायरन बजेगा, जिसका मतलब है कि आप अपनी रोजमर्रा की गतिविधियां फिर से शुरू कर सकते हैं। आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।
अफवाहों पर ध्यान ना दें
अमृतसर एयरपोर्ट के एसीपी यादविंदर सिंह ने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह शांत है। उन्होंने बताया कि कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं और कहीं भी ड्रोन की कोई गतिविधि नहीं दिखी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि घबराएं नहीं। साथ ही मीडिया से भी कहा कि कोई भी खबर दिखाने से पहले उसकी ठीक से पुष्टि जरूर करें। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों के बीच फैल रही झूठी अफवाहों की सच्चाई जानना जरूरी है।
PM मोदी के साथ CDS और तीनों सेना के प्रमुख की हाई लेवल मीटिंग, अजीत डोभाल और राजनाथ सिंह भी रहे मौजूद
भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया सैन्य तनाव के समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, मुख्य रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान, तथा थलसेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य पाकिस्तान के साथ हुए सीमित सैन्य संघर्ष के बाद उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति का गहन मूल्यांकन करना था।
पाकिस्तान सीमा पर शांति, पंजाब में हालात सामान्य
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सभी तरह की सैन्य कार्रवाई को रोकने के समझौते के बाद पंजाब के सीमावर्ती जिलों में रविवार सुबह से ही शांति का वातावरण देखा गया। विशेषकर अमृतसर, फाजिल्का और गुरदासपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों से प्रशासन ने अपील की कि वे अपनी सामान्य दिनचर्या फिर से शुरू करें और शांति बनाए रखें। अमृतसर प्रशासन ने सुबह 8:30 बजे एक औपचारिक अपील जारी कर लोगों से सामान्य गतिविधियों में लौटने को कहा।
रक्षा मंत्रालय देगा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जानकारी
रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि वह सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और मौजूदा सैन्य स्थिति के संबंध में मीडिया को विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। इसी सिलसिले में CDS जनरल अनिल चौहान दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग, पहुंचे। माना जा रहा है कि सरकार की यह पारदर्शिता भरी रणनीति जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्थिति की स्पष्ट जानकारी देने की दिशा में एक अहम कदम है।
पी. चिदंबरम ने की PM मोदी की तारीफ

पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि, “प्रधानमंत्री ने 7 मई को संतुलित और सोच-समझकर सैन्य कार्रवाई की। यह प्रतिक्रिया उरी, पुलवामा और अब पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत की बदलती सैन्य रणनीति को दर्शाती है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इस बार सूचना साझा करने की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाते हुए मीडिया को जानकारी देने के लिए दो युवा महिला अधिकारियों को आगे किया, जिससे पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश मिला कि भारत हर स्थिति से निपटने को तैयार है।
‘सीजफायर के बीच इंडियन एयरफोर्स का बड़ा बयान: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, जल्द दी जाएगी विस्तृत जानकारी

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर समझौते के बीच भारतीय वायुसेना (IAF) ने एक बड़ा और रणनीतिक बयान जारी किया है। वायुसेना ने स्पष्ट किया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि ऑपरेशन अभी भी जारी है। इस संबंध में वायुसेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि जब समय उपयुक्त होगा, तब इस ऑपरेशन से संबंधित पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना का आधिकारिक बयान
‘भारतीय वायु सेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर में अपने निर्धारित कार्यों को सटीकता और व्यावसायिकता के साथ सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। ऑपरेशन को राष्ट्रीय हितों के अनुरूप सोच-समझकर और विवेकपूर्ण तरीके से संचालित किया गया है। चूंकि ऑपरेशन अभी भी जारी है, इसलिए इसके बारे में विस्तृत जानकारी उचित समय पर साझा की जाएगी।’
अफवाहों से बचने की अपील
IAF ने साथ ही मीडिया, विश्लेषकों और आम जनता से अपील की है कि वे अटकलें लगाने से बचें और अप्रमाणित जानकारी को प्रसारित न करें। बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि वायुसेना की ओर से केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी ही साझा की जाएगी।
भारत के ब्रह्मोस मिसाइल ने तबाह किए पाकिस्तान के 11 एयरबेस

भारत और पाकिस्तान के बीच अब सीजफायर का ऐलान हो गया है। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है जिसे वह हमेशा याद रखेगा। इस झड़प में भारत ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से साबित कर दिखाया है कि वह पाकिस्तान के हर हमले को विफल कर सकता है। वहीं, अब बड़ी खबर आ रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष में भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेसों को निशाना बनाया है। इन हमलों में रनवे और अन्य महत्वपूर्ण सैन्य संरचनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है।
कौन-कौन से एयरबेस तबाह हुए?
नूरखान एयरबेस
पीओके में स्कार्दू एयरबेस
रफीकी एयरबेस
मुरीद एयरबेस
सुक्कूर एयरबेस
सियालकोट एयरबेस
चूनियान एयरबेस
शाहबाज एयरबेस।
सरगोधा एयरबेस
पसरूर एयरबेस
भोलारी एयरबेस