सेंट्रल डेस्क : पाकिस्तान के खिलाफ जारी ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें सीडीएस जनरल अनिल चौहान, थलसेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुखों ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के संदर्भ में मौजूदा सुरक्षा हालात की समीक्षा करना था।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई की दी जानकारी
भारतीय सेना ने बताया कि बीते गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात पाकिस्तान ने ड्रोन और अन्य हथियारों के जरिए जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य क्षेत्रों को निशाना बनाने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।
भारतीय सेना का ऐलान: नापाक मंसूबे का मिलेगा करारा जवाब
भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन और ड्रोन हमलों का बलपूर्वक और मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। सेना ने एक वीडियो जारी कर यह भी स्पष्ट किया कि भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी घुसपैठ या हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला विफल
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। इस हमले को भारतीय बलों ने SOP के तहत तत्काल विफल कर दिया। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी तरह के नुकसान या हताहत की सूचना नहीं है, लेकिन दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं।
जैश के 7 आतंकी मार गिराए, घुसपैठ की साजिश नाकाम
भारत की ओर से पाकिस्तान को हर मोर्चे पर जवाब दिया जा रहा है। गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में जैश-ए-मोहम्मद के 7 आतंकियों को बीएसएफ ने घुसपैठ के दौरान मार गिराया। सूत्रों के अनुसार, ये आतंकी सीमा पार से घुसपैठ की योजना बना रहे थे, जिसे सीमा सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया।
अमित शाह ने BSF और CISF प्रमुखों से की बातचीत
देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुरुवार रात BSF, CISF और अन्य सीमा सुरक्षा बलों के प्रमुखों से बातचीत की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा को लेकर जानकारी ली। इस दौरान सीमा सुरक्षा बलों ने उन्हें वर्तमान स्थिति और उठाए गए सुरक्षा कदमों की जानकारी दी। बीएसएफ जहां भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा की निगरानी करता है, वहीं सीआईएसएफ एयरपोर्ट्स, मेट्रो और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का जिम्मा संभालता है।
भारत ने स्पष्ट किया: देश की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं
रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और तीनों सेना प्रमुखों की सक्रियता यह दर्शाती है कि भारत हर मोर्चे पर पूरी तरह से तैयार है। चाहे वह सीमा पार से हो रहे हमले हों या आतंकी घुसपैठ की कोशिशें, भारतीय बल पूरी मुस्तैदी से जवाब देने में सक्षम हैं।
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