सेंट्रल डेस्क : अमेरिका के वाशिंगटन स्थित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के शोधार्थी (रिसर्चर) बदार खान सूरी- को अमेरिका में इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया है। इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि शोधार्थी को हमास के साथ कथित संबंधों के कारण हिरासत में लिया गया। यह घटना डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा देश भर के कॉलेज परिसरों में कार्यकर्ताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की कड़ी के रूप में सामने आई है।
अवैध गतिविधि में शामिल होने का शक
बदार खान सूरी भारतीय नागरिक हैं और पोस्टडॉक्टोरल फेलो हैं, जो छात्र वीजा पर अध्ययन कर रहे थे। सूरी इराक और अफगानिस्तान में शांति निर्माण पर अपना डॉक्टोरल अनुसंधान कर रहे थे, जैसा कि जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया है।
बयान में कहा गया कि हमें उनके किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल होने की जानकारी नहीं है और हमें उनके हिरासत के कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। हम अपने समुदाय के सदस्यों के स्वतंत्र और खुले विचार, विमर्श और बहस के अधिकार का समर्थन करते हैं, चाहे उन विचारों के आधार पर कोई विवादास्पद या आपत्तिजनक हो। हम उम्मीद करते हैं कि कानून प्रणाली इस मामले का निष्पक्ष तरीके से निपटारा करेगी।
फिलिस्तीनी है बदार खान की पत्नी, इसलिए बनाया जा रहा निशाना
बदार खान सूरी ने एक अमेरिकी नागरिक से शादी की हैं और वो अपनी इमिग्रेशन कोर्ट की तारीख का इंतजार कर रहे हैं, जैसा कि उनके वकील ने बताया। उनके आवेदन में कहा गया है कि उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उन्हें अपनी पत्नी की फिलिस्तीनी रूट्स होने के कारण निशाना बनाया जा रहा है, जैसा कि रिपोर्ट में बताया गया।
यह घटना 2024 के प्रो-फिलिस्तीनी कैंपस विरोधों में शामिल कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र और ग्रीन कार्ड धारक महमूद खलील की विवादास्पद गिरफ्तारी के बाद सामने आई है।