टेक्सास : अमेरिका के टेक्सास राज्य से एक अहम खबर सामने आई है, जहां भारतीय मूल के जज केपी जार्ज को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और बाद में 20,000 डॉलर की जमानत पर रिहा कर दिया गया। जार्ज पर मनी लांड्रिंग, वायर फ्राड और चुनावी फंडिंग में गड़बड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
आरोप और आरोपों का खंडन
फोर्ट बेंड काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटार्नी के मुताबिक, केपी जार्ज पर 30,000 से 1.5 लाख डॉलर तक की मनी लांड्रिंग का आरोप है। इसके अलावा, उन पर वायर फ्राड और चुनावी फंडिंग में गड़बड़ी के भी आरोप लगाए गए हैं। जार्ज ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया है।
उनके वकील ने कहा कि जार्ज निर्दोष हैं और वह इस मामले में पूरी तरह से सहयोग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और न्यायिक प्रक्रिया में उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह निर्दोष साबित होंगे।
केपी जार्ज का करियर
केपी जार्ज 2018 से काउंटी जज के पद पर कार्यरत हैं। वह फोर्ट बेंड काउंटी के जज हैं और उनका कार्यकाल विवादों से परे रहा है। लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद उनके करियर और प्रतिष्ठा पर सवाल उठने लगे हैं।
भविष्य में क्या हो सकता है?
अगर केपी जार्ज को दोषी पाया जाता है, तो अमेरिकी कानूनों के मुताबिक उन्हें दस साल तक की जेल की सजा हो सकती है। हालांकि, फिलहाल वह जमानत पर रिहा हो चुके हैं और अदालत में अपनी निर्दोषिता का बचाव करेंगे।
रिपोर्ट्स के अनुसार इस घटना ने अमेरिका में भारतीय मूल के समुदाय को भी चौंका दिया है। आरोपों का राजनीतिक पहलू होने के बावजूद, इस मामले का असर जार्ज के भविष्य पर पड़ सकता है।