- गोड्डा में प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली को किया संबोधित, झामुमो गठबंधन पर किया करारा हमला
गोड्डा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में घुसपैठ की समस्या को गंभीर और खतरनाक बताया। बुधवार को गोड्डा में आयोजित एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन घुसपैठियों को संरक्षण दे रहा है और इस पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने इसे राज्य की आदिवासी जमीन, जंगल और पानी पर घुसपैठियों द्वारा कब्जा जमाने के रूप में गंभीर मुद्दा बताया।
झामुमो गठबंधन पर निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने झामुमो पर हमला करते हुए कहा कि यह गठबंधन घुसपैठियों को संरक्षण दे रहा है और आदिवासियों की भूमि, जंगल और जल संसाधनों पर उनका अधिकार खतरे में डाल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस घुसपैठ की वजह से राज्य में आबादी घट रही है और आदिवासियों का भविष्य संकट में है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “झामुमो का गठबंधन घुसपैठियों को राज्य में अपना पैर जमाने के लिए बढ़ावा दे रहा है, जिससे बेटी, माटी और रोटी पर हमले हो रहे हैं।”
‘अबुआ आवास’ योजना पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड सरकार द्वारा लागू की गई अबुआ आवास योजना को भी निशाने पर लिया। उन्होंने इसे फर्जी योजना बताते हुए कहा कि यह योजना कट मनी और कमीशन के लिए बनाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार इस योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना की जगह केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए लोगों को धोखा दे रही है।
झामुमो गठबंधन पर भ्रष्टाचार और विकास अवरुद्ध करने का आरोप
प्रधानमंत्री ने कहा कि झामुमो नीत गठबंधन न केवल माफिया राज और प्रश्नपत्र लीक में लिप्त है, बल्कि उसने विकास को भी अवरुद्ध कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन ने लोगों को पलायन, बेरोजगारी और संचार सुविधाओं की कमी की ओर धकेल दिया है, जिससे आम लोग परेशान हैं।
प्रधानमंत्री ने वादा किया, “मैं उन दोषियों को बाहर निकालूंगा जो आपके बच्चों के भविष्य के साथ खेलते थे, भले ही वे पाताल में छिपे हों।”
आलमगीर आलम का जिक्र किए बिना झामुमो गठबंधन पर हमला
प्रधानमंत्री ने आलमगीर आलम का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि झामुमो नीत गठबंधन ने जेल में बंद नेता की पत्नी को चुनावी टिकट देकर झारखंड के लोगों के जख्मों पर नमक छिड़का। उन्होंने कहा कि निशात आलम को पाकुड़ से टिकट देने का यह कदम इस गठबंधन की भ्रष्टाचार और लापरवाही को दिखाता है।
आलमगीर आलम का धनशोधन मामला
गौरतलब है कि आलमगीर आलम, जो झारखंड के पूर्व संसदीय कार्य मंत्री थे, को ईडी ने धनशोधन के एक बड़े मामले में 15 मई को गिरफ्तार किया था। इस मामले में ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं और रिश्वतखोरी की शिकायतों के बाद कार्रवाई की गई थी। ईडी ने उनके घरेलू नौकर से 32 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी भी बरामद की थी।