मधुबनी : बिहार के दरभंगा, औरंगाबाद और मधुबनी में पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट ठप चल रहा है। लेकिन आज शाम से इससे राहत मिल सकती है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार मधुबनी में रविवार शाम 4 बजे तक और औरंगाबाद के हसपुरा में रविवार रात 10 बजे तक ये प्रतिबंध जारी रहेगा।
इसके बाद समीक्षा की जाएगी और जिसके बाद इंटरनेट बहाल किए जाने की संभावना है। प्रशासन के मुताबिक ये रोक एहतियातन लगाया गया है। इसको लेकर बिहार गृह विभाग की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई है। जिसमें इसका मुख्य मकसद साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बनाए रखना बताया गया है।
जब-तब इंटरनेट बंद करने से प्रशासन के प्रति बढ़ रही नाराजगी
बिहार गृह विभाग ने मुधबनी जिला और औरंगाबाद के हसपुरा प्रखंड में इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई है। इसको लेकर संबंधित जिलों के डीएम-एसपी के अनुशंसा पर आदेश जारी किया गया है। हालांकि इंटरनेट बंदी से लोगों में नाराजगी है। उनका कहना है कि प्रशासन जब कुछ नहीं कर पा रहा है तो वह इंटरनेट बंद करवा दे रहा है। इससे कई जरूरी चीजें प्रभावित हो रही हैं। मालूम हो कि बिहार में हाल के महीनों में कई बार अलग-अलग जिलों में इंटरनेट बंद किया जा चुका है। यह प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है।
दरभंगा में पहले से था प्रतिबंध
औरंगाबाद और मधुबनी से पहले दरभंगा जिले में 27 जुलाई से ही इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। रविवार शाम चार बजे तक प्रतिबंध की डेडलाइन है। बिहार गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के आदेश से मधुबनी और औरंगाबाद के हसपुरा में ऐहतियातन इंटरनेट सर्विस पर रोक लगाई गई है। इंटरनेट पर बैन के चलते फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप, वीचैट, स्नैपचैट, टेलीग्राम समेत दो दर्जन से अधिक सर्विस बंद है।
झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद
विदित हो कि पिछले दिनों दरभंगा में धर्म विशेष का झंडा लगाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे फिर यह विवाद कई दूसरे इलाकों में फैल गया था। जिसके बाद जिले में इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया। अब स्थिति नियंत्रण में बतायी जा रही है ।
प्रशासन ने कहा- खुफिया जानकारी के बाद बंद किया गया इंटरनेट
इंटरनेट बंदी के पीछे बिहार गृह विभाग का तर्क है कि उन्हें ऐसी सूचना मिली थी कि कुछ असामाजिक तत्व मधुबनी और औरंगाबाद के हसपुरा में इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल अफवाह और आपत्तिजनक सामग्री का प्रसार मुहर्रम के दौरान कर सकते हैं। ऐसा होने से दो समुदायों के बीच स्थिति खराब हो जाती है। इसी वजह से इन दोनों जगहों पर सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है।
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