जयपुर : राजस्थान के जयपुर जिले के प्रताप नगर में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को अज्ञात बदमाशों द्वारा नुकसान पहुंचाने के आरोप के बाद इलाके में तनाव फैल गया। घटना के बाद पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
जयपुर पूर्वी की डिप्टी कमिशनर ऑफ पुलिस (DCP) तेजस्विनी गौतम ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर FIR दर्ज की। मामले की जांच के लिए पुलिस की कई टीमें तैनात की गई हैं।” उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने पास के पेट्रोल पंप में आग लगाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते उन्हें खदेड़ दिया। इसके साथ ही कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का विरोध-प्रदर्शन
घटना के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय के लोगों में गुस्सा फैल गया। वहीं विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिर के पास विरोध-प्रदर्शन किया।
गहलोत और बेनीवाल ने की निंदा
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे “अत्यंत निंदनीय” करार दिया। उन्होंने इसे जन भावना और आस्था पर हमला बताया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। गहलोत ने कहा, “धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह घटना जनता की आस्था पर हमला है। वीर तेजाजी महाराज की पूजा लाखों लोग करते हैं, और उनकी आस्था से कोई भी छेड़छाड़ सहन नहीं की जाएगी।”
तफ्तीश और कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और क्षेत्र में सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार के तनाव को बढ़ने से रोका जा सके।
कौन थे वीर तेजाजी महाराज?
वीर तेजाजी महाराज राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता और वीर योद्धा थे। उन्हें विशेष रूप से राज्य के किसानों द्वारा पूजा जाता है। वह वीरता, ईमानदारी और बलिदान के प्रतीक माने जाते हैं। तेजाजी का जन्म 12वीं सदी में नागौर जिले में हुआ था। मवेशियों के रक्षक के रूप में उनकी पूजा की जाती है और उनकी सांप के काटने का इलाज करने की अद्भुत शक्ति मानी जाती है। राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में उनके मंदिर हैं, और उनके सम्मान में तेजाजी मेला भी आयोजित किया जाता है।