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जम्मू-कश्मीर हमले के बाद कर्नाटक पर्यटन विभाग सतर्क, पर्यटकों की जानकारी साझा करने की अपील

कर्नाटक के श्रम मंत्री संतोष लाड बुधवार को श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने शिवमोग्गा निवासी मंजूनाथ राव के पार्थिव शरीर की वापसी की व्यवस्था की।

by Reeta Rai Sagar
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  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद कर्नाटक सरकार की पहल, हेल्पलाइन नंबर जारी

बेंगलुरु : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत और कई के घायल होने की घटना के बाद कर्नाटक पर्यटन विभाग ने राज्य के सभी टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंसियों से अपील की है कि वे सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क कर उन पर्यटकों की जानकारी साझा करें, जिन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर की यात्रा की है।

यह कदम राज्य के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कश्मीर में फंसे हुए पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

पर्यटकों की जानकारी साझा करने के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर:
• 080-43344334
• 080-43344335
• 080-43344336
• 080-43344342
इन हेल्पलाइन नंबरों पर न केवल टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंसियां संपर्क कर सकती हैं, बल्कि पर्यटकों के परिजन और रिश्तेदार भी आवश्यक जानकारी प्रदान कर सकते हैं या सहायता मांग सकते हैं।

कर्नाटक सरकार ने सभी प्रभावितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है और बचाव एवं वापसी अभियानों को समन्वित रूप से संचालित किया जा रहा है।

पहलगाम आतंकी हमले में शिवमोग्गा निवासी मंजूनाथ राव की मृत्यु, राज्य मंत्री पहुंचे श्रीनगर

कर्नाटक के श्रम मंत्री संतोष लाड बुधवार को श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने शिवमोग्गा निवासी मंजूनाथ राव के पार्थिव शरीर की वापसी की व्यवस्था की। राव जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर अपनी पत्नी और बेटे के साथ गए थे और पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए। यह यात्रा उन्होंने अपने बेटे की पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन के उपलक्ष्य में आयोजित की थी।

सरकारी अधिकारियों के अनुसार, मंत्री लाड मंगलवार रात हुबली से श्रीनगर पहुंचे और राज्य सरकार के निर्देशानुसार पीड़ित परिवार की मदद में जुट गए। मंजूनाथ राव पेशे से एक रियल एस्टेट एजेंट थे।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, हमले के चश्मदीद बने पत्नी और बेटा

मंजूनाथ राव की पत्नी और बेटा इस हमले में बाल-बाल बचे। परिवार के एक सदस्य माधव मूर्ति ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया, ‘मंजूनाथ अपने बेटे की 98% अंक आने की खुशी में उन्हें कश्मीर घुमाने ले गए थे। जब वे पहलगाम में पानीपुरी खा रहे थे, तभी आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों ने उनकी पत्नी और बेटे से कहा, ‘जाओ और मोदीजी को जाकर बताओ।’ इसके बाद उन्हें जाने दिया गया’।

शिवमोग्गा में राव के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं और पूरे समुदाय में शोक की लहर है। स्थानीय सांसद, विधायक और आरएसएस के सदस्य शोकसंतप्त परिवार की मदद कर रहे हैं।

पहलगाम आतंकी हमले की सर्वत्र निंदा, न्याय की मांग

इस आतंकी हमले ने पूरे देश में आक्रोश और दुख का माहौल पैदा कर दिया है। विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवारों को आर्थिक और मनोवैज्ञानिक सहायता दिए जाने की भी मांग की जा रही है।

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