Jamshedpur (Jharkhand): स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा अंगीभूत महाविद्यालयों में चल रही 12वीं कक्षा के छात्रों के स्थानांतरण के निर्देश के बाद से ही ‘इंटरमीडिएट बचाओ संघर्ष समिति’ लगातार आंदोलन कर रही है। समिति का कहना है कि इस निर्देश से छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
शिक्षा मंत्री के रवैये से छात्र निराश
समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने विगत 8 जुलाई को बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन ऑडिटोरियम में झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मुलाकात की थी। हालांकि, समिति के सदस्यों का आरोप है कि मंत्री का छात्रों के प्रति व्यवहार अत्यंत निंदनीय रहा। उन्होंने कहा कि राज्य के शिक्षा मंत्री के रूप में रामदास सोरेन की जिम्मेदारी बनती थी कि वे छात्रों को स्पष्ट जानकारी देते, लेकिन उन्होंने महज ‘चिंता मत करो’ का आश्वासन दिया और इसके अलावा कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं बताया।
15 जुलाई को रांची में राज्यव्यापी प्रदर्शन का आह्वान
‘इंटरमीडिएट बचाओ संघर्ष समिति’ ने राज्य के सभी प्रभावित जिलों के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से आगामी 15 जुलाई को रांची में राज्यव्यापी प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है। समिति ने राजभवन के घेराव की चेतावनी दी है ताकि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान दे और छात्रों के हित में उचित निर्णय ले। समिति का कहना है कि वे अपने आंदोलन को और मजबूत करेंगे ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
प्रेस वार्ता में दी आंदोलन की जानकारी
आज आयोजित एक प्रेस वार्ता में समिति के शुभम झा, सबिता सोरेन, दीपानिता, मनीषा, सिमरन, अर्पिता, आदित्या, अनंतों, गोलू, अर्जुन, ठाकुर प्रसाद, रोशन सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा और वे हर स्तर पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से भी इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।