जमशेदपुर : बस, थोड़ा इंतजार। सांसे थाम लीजिए। कुछ ही घंटों में हमारा चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरने को तैयार-बेकरार है। पूरा देश उस पल के इंतजार में है। देशभर में खुशी का माहौल है। इस पल को हर कोई यादगार बनाना चाहता है। वहीं यह पल झारखंड और खासकर जमशेदपुर के और भी अधिक खास होने जा रहा है। खास इसलिए क्योंकि अभियान की सफलता पर जमशेदपुर नाम भी स्वर्ण अक्षरों में लिखा जानेवाला है। दरअसल, लौहनगरी के नाम से मशहूर जमशेदपुर की मेधा-प्रतिभा की इस अभियान में सहभागिता है। यह सहभागिता आयुष झा के रूप में है जिसकी पढ़ाई-लिखाई जमशेदपुर में हुई है। झारखंड के जमशेदपुर स्थित डीएवी बिष्टुपुर के पूर्व छात्र आयुष झा भी चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों के टीम में शामिल हैं। उसके इस टीम में शामिल होने की बात से जमशेदपुर के लोग गर्वान्वित हैं।
चंद्रयान-2 में भी रडार के विकास पर किया था काम
आयुष झा फिलहाल अपने पूरी टीम के साथ बेंगलुरु में हैं। यहीं से चंद्रयान-3 की लैंडिंग में दिन-रात जुटे हुए हैं। एक खास बात यह भी है कि आयुष चंद्रयान-2 से भी जुड़े थे। उस अभियान में रडार के विकास पर काम किया था। चंद्रयान-3 मिशन में रडार विकास के साथ उसकी लैंडिंग और रियूजेबल लांच व्हीकल मिशन पर भी काम कर रहे हैं।
बड़े भाई की प्रेरणा से अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ा आयुष
आयुष अपने बड़े भाई अभिषेक झा ने भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पिता कहते हैं कि आयुष को उसके बड़े भाई ने ही अंतरिक्ष विज्ञान की तकनीकों से जोड़ा तथा उस क्षेत्र में जाने की सलाह दी। बड़े भाई से प्रेरित होकर आयुष इस मुकाम तक पहुंचा है।
जमशेदपुर के डीएवी स्कूल में की 12वीं की पढ़ाई
आयुष झा ने 10वीं तक की पढ़ाई पश्चिमी सिंहभूम के जवाहर नवोदय विद्यालय से की थी। 10वीं के बाद जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित डीएवी स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई पूरी की। यहां से निकलने के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम पढ़ाई करने गया। वहां से वर्ष 2016 में इसरो के स्पेस एप्लिकेशन सेंटर अहमदाबाद में बतौर साइंटिस्ट अपना योगदान दिया। फिलहाल चंद्रयान-3 के रडार विकास के साथ उसकी लैंडिंग और रियूजेबल लांच व्हीकल मिशन से जुड़े हैं।
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा- स्कूल के लिए गर्व, बच्चों को मिल रही प्रेरणा
डीएवी पब्लिक स्कूल बिष्टुपुर की प्रिंसिपल प्रज्ञा सिंह आयुष की उपलब्धि से काफी खुश हैं। अपनी ओर से शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि यह पल स्कूल के लिए काफी गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान आयुष काफी अनुशासित रहता था। वह सिर्फ अपनी पढ़ाई से मतलब रखता था। उसके जूनियर बच्चों के लिए वह प्रेरणा है।
आयुष के सफलता पर मां-पिता ने क्या कहा?
आयुष की उपलब्धि पर उसके पिता ललन कुमार झा व मां विनिता झा को भी खुशी का ठिकाना नहीं है। पिता कहते हैं कि आयुष शुरू से ही पढ़ाई को लेकर काफी सक्रिय रहता था। उसे पढ़ाई को लेकर कभी भी कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ी। आयुष के पिता ललन कुमार झा चक्रधरपुर में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे। इसका लाभ भी आयुष को मिला। आयुष के माता-पिता कहते हैं कि कोई भी काम असंभव नहीं होता।
READ ALSO : सीमा हैदर ने रक्षा बंधन पर मोदी, भागवत, शाह, राजनाथ और योगी को भेजीं राखियां
शहर में भी जोर-शोर से चल रही तैयारी
जमशेदपुर शहर में भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। झारखंड-बिहार के चर्चित गायक अजीत अमन ने चंद्रयान-3 पर एक गीत भी गाया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं, लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। इसके अलावा शहर में लैंडिंग देखने के लिए कई जगह पर तैयारी की जा रही है।