Jamshedpur News : साकची में झामुमो के पार्टी कार्यालय में गुरुवार को 2 बजे एक शोक सभा का आयोजन किया गया। इस शोक सभा में झामुमो के वरिष्ठ नेताओं समेत कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। सभी दिशोम गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर दिशोम गुरु की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। इस दौरान झामुमो नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन द्वारा लिखित पुस्तक ‘चलें गांव की ओर’ लिए हुए थे।
इस मौके पर झामुमो के जिला संयोजक बाघराय मार्डी ने कहा कि दिशोम गुरु ने झारखंड के लिए अपने जान की बाजी लगा दी थी। किसानों के लिए उन्होंने संघर्ष किया था। उनके संघर्ष को कोई नहीं भूल सकता। पूर्व सांसद झामुमो नेत्री सुमन महतो ने कहा कि आज झारखंड का मजदूर और किसान दिशोम गुरु के झारखंड छोड़ कर चले जाने से रो रहा है। पूरा देश दुखी है।
दिशोम गुरु ने मजदूरों और किसानों के लिए जो लड़ाई लड़ी थी उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने जिन सुधारों के लिए आंदोलन चलाया था हम सब उस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन के संघर्ष की यादें हम सभी झामुमो नेताओं के दिलों में हमेशा मौजूद रहेंगी।
झामुमो के जिला संयोजक सागेन पूर्ति ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन की यादें हमेशा उनके दिलों में रहेंगी। दिशोम गुरु ने किसानों और मजदूरों को जागरूक करने के लिए किताब भी लिखी थी। यही नहीं, वह 34 दिन की पद यात्रा पर भी निकले थे। जागरूकता रथ यात्रा भी निकाली थी।