जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन पर 27 अक्टूबर को जब्त किए गए 1.58 करोड़ रुपये मूल्य के सोने, चांदी और हीरों के आभूषणों को सोमवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आयकर विभाग को सौंप दिया गया। रेल थाना प्रभारी राम प्यारे राम ने बताया कि जब्त किए गए आभूषणों को आयकर विभाग के अधिकारी सतेंद्र कुमार को सौंपा गया, जिसके बाद उन्हें बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखवा दिया गया है।
रेल पुलिस ने इस मामले में शामिल कारोबारी से जुड़े दस्तावेजों की जांच की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। आयकर विभाग ने उन सभी कारोबारियों को नोटिस भेजा है, जिनका इन आभूषणों से संबंध हो सकता है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन कारोबारियों के पास आभूषण से जुड़े कानूनी दस्तावेज उपलब्ध होंगे, उन्हें आभूषण वापस कर दिए जाएंगे।
तलाशी के दौरान बरामद हुए थे आभूषण
इस घटना की शुरुआत 27 अक्टूबर को उस समय हुई जब क्रीया योग एक्सप्रेस से टाटानगर स्टेशन पर दो पार्सल उतारे गए। एक व्यक्ति बिना स्कैन कराए पार्सल को बाहर ले जाने का प्रयास कर रहा था। शक होने पर रेल पुलिस ने उसे रोककर पार्सल की जांच की, जिसमें भारी मात्रा में सोने, चांदी और हीरे के आभूषण बरामद किए गए। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम विवेकानंद झा बताया और कहा कि वह कोलकाता से विभिन्न कारोबारियों के लिए आभूषण लाने का काम करता है।
पुलिस के अनुसार, चुनावी माहौल के चलते इस तरह के मामलों में अधिक सतर्कता बरती जा रही है, जिसके चलते पार्सल की गहन तलाशी ली गई थी। तलाशी के बाद जब यह स्पष्ट हो गया कि पार्सल में बड़ी मात्रा में आभूषण हैं, तो इसे तुरंत जब्त कर लिया गया। इसके बाद रेलवे पुलिस ने मामले को आयकर विभाग के हवाले कर दिया ताकि आभूषणों का स्रोत और संबंधित दस्तावेजों की जांच हो सके।
दस्तावेज प्रस्तुत करने पर मिलेगा आभूषणों का स्वामित्व
आयकर विभाग के अनुसार, सभी संभावित कारोबारियों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जिसमें उनसे आभूषणों के वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आभूषण कानूनी और अधिकृत स्रोत से लाए गए हों। यदि कोई कारोबारी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर देता है, तो उसे आभूषण वापस कर दिए जाएंगे।
रेल थाना प्रभारी राम प्यारे राम ने बताया कि रेलवे पुलिस ने अपनी ओर से सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और अब आगे की जांच आयकर विभाग द्वारा की जाएगी। फिलहाल, आभूषण बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखे गए हैं, और जांच पूरी होने तक इन्हें यथास्थान सुरक्षित रखा जाएगा।
Read Also : चिराग पासवान का दावा: झारखंड में 23 नवंबर के बाद बनेगी डबल इंजन सरकार