झरिया: नार्थ तिसरा कोलियरी में बीसीसीएल कर्मी रामायण कुमार के लापता हुए 48 घंटे से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है। उनके लापता होने से पूरा परिवार सदमे में है। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रामायण खाना खाने के बाद हाजिरी लगाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिवार ने जब घर की तलाशी ली, तो उन्हें एक लाल रंग की डायरी मिली। इस डायरी में रामायण ने उन सूदखोरों के नाम और उनसे लिए गए पैसों का जिक्र किया था, जो उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। डायरी में उन्होंने लिखा है कि विक्की, रंजीत, सतेंद्र, मुकेश, लालू और कन्हैया से उन्होंने कर्ज लिया था।
जब तक स्थिति ठीक थी, वे ब्याज का पैसा चुकाते रहे, लेकिन घर में समस्या आने के बाद जब वे पैसे नहीं दे पाए, तो ये लोग उन्हें गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने लगे।
बेटी ने लगाए गंभीर आरोप, पुलिस कर रही है जांच
रामायण की बेटी पुनीता कुमारी ने बताया कि सूदखोर अक्सर उनके घर आते थे और उनके पिता के साथ गाली-गलौज करते थे। उन्होंने बताया कि जिस दिन उनके पिता लापता हुए, उस दिन रंजीत नाम का एक व्यक्ति उन्हें घर पर ढूंढने आया था।
इस मामले पर तिसरा थाना के प्रभारी सुमन कुमार ने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, लेकिन उन्हें डायरी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस अपने स्तर पर रामायण कुमार की तलाश कर रही है। वहीं, एनटीएसटी परियोजना के पीओ संजीव कश्यप ने भी बताया कि वे इस मामले में पुलिस और परिवार के संपर्क में हैं और अपनी ओर से भी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।


