Chatra Crime : पलामू-चतरा सीमा क्षेत्र में आपराधिक गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर के करीब छह महीने बाद उसका गैंग फिर से चर्चा में आ गया है। सोमवार दोपहर पिपरवार थाना क्षेत्र के बहेरा पंचायत स्थित राजधर रेलवे साइडिंग पर हुई फायरिंग ने इलाके में दहशत फैला दी।
हाईवा डंपर पर ताबड़तोड़ गोलियां
करीब 12:15 बजे दो नकाबपोश हथियारबंद अपराधी टीवीएस अपाची बाइक से पहुंचे और कोयला लेकर जा रहे एक हाईवा डंपर पर गोलियां चला दीं। यह डंपर आम्रपाली-चंद्रगुप्त क्षेत्र से हिंडाल्को कंपनी के लिए कोयला लेकर रेलवे साइडिंग आ रहा था।
गोलियों की बौछार में खलारी थाना क्षेत्र के राय पंचायत निवासी चालक जगदीश महतो बाल-बाल बच गए। हालांकि, हाईवा वाहन पर गोलियों के निशान साफ देखे जा सकते हैं। पुलिस ने घटनास्थल से एक खाली खोखा भी बरामद किया है।
पर्चा छोड़ कर ली जिम्मेदारी
गोलीबारी के बाद अपराधियों ने घटनास्थल पर एक पर्चा छोड़ा। इसमें अमन साहू गैंग ने इस वारदात की जिम्मेदारी लेने की बात लिखी थी। वारदात के बाद अपराधी तुरंत मौके से फरार हो गए। घटना के बाद दो घंटे तक राजधर रेलवे साइडिंग पर कोयला परिवहन पूरी तरह से ठप रहा। लंबी कतार में खड़े हाइवा वाहनों और कामगारों के बीच दहशत का माहौल बन गया।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही टंडवा के एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और चालक से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और पुलिस अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करेगी। इसके लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
उन्होंने रेलवे रैक संचालकों को धमकी दिए जाने की बात पर कहा कि अभी तक ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया है। मौके पर पिपरवार थाना के सब-इंस्पेक्टर अंजनी कुमार, एएसआई राजेश तिर्की और सशस्त्र बल के जवान भी मौजूद थे।
इलाके में दहशत, गैंग की सक्रियता पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि झारखंड में गैंगवार और आपराधिक गिरोहों की सक्रियता लगातार बनी हुई है। खासकर कोयला क्षेत्र में इन गिरोहों की दहशत लोगों के बीच डर का माहौल बना रही है।