Bokaro (Jharkhand) : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को बोकारो जिले के चंदनकियारी के अमला बाद में आयोजित चुनावी सभा में भाजपा और एनडीए के खिलाफ तीखा हमला बोला। उन्होंने विशेष रूप से भाजपा द्वारा 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने के वादे पर सवाल उठाए और पूछा कि यदि उनकी सरकार उत्तर प्रदेश और बिहार में है, तो वहां गैस सिलेंडर क्यों नहीं सस्ता किया गया?
भाजपा की नीतियों पर निशाना
हेमंत सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “यहां भाजपा और उसके सहयोगी दल 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की बात करते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार में, जहां उनकी सरकारें हैं, वहां सिलेंडर के दाम क्यों नहीं घटाए गए?” उन्होंने कहा कि यह भाजपा की राजनीति का एक हिस्सा है और जनता को ऐसे झूठे वादों से बचने की आवश्यकता है।
असम और आदिवासी मामलों में भेदभाव
मुख्यमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वे झारखंड के आदिवासियों की समस्याओं पर बोलते हैं, लेकिन असम में झारखंड के आदिवासियों को आदिवासी का दर्जा देने में रुचि नहीं रखते। उन्होंने कहा, “हिमंत सरमा एक साल से झारखंड में घूम रहे हैं, लेकिन उनकी राज्य सरकार असम में झारखंड के आदिवासियों के अधिकारों की अनदेखी कर रही है।”
इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर और गुजरात सहित अन्य राज्यों के आदिवासियों के साथ हो रही असमानताओं को भी उजागर किया। “माटी और रोटी की बात करने वाले लोगों का असली चेहरा सामने आ चुका है,” उन्होंने कहा।
विस्थापन और किसान मुद्दे पर भी सवाल
हेमंत सोरेन ने भाजपा को व्यापारियों की पार्टी बताते हुए आरोप लगाया कि राज्य में विस्थापितों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है, जबकि भाजपा केंद्र में व्यापारियों के लाखों रुपये माफ कर रही है। “केंद्र सरकार के पास किसानों, गरीबों और महिलाओं के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन व्यापारियों के लिए उन्हें अरबों रुपये माफ करने में कोई दिक्कत नहीं है,” सीएम ने कहा।
महागठबंधन के उम्मीदवारों को समर्थन
मुख्यमंत्री ने महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए समर्थन भी मांगा। उन्होंने कहा, “हमने जो वादा किया है, उसे पूरा करेंगे। महागठबंधन को जीत दिलाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।” इसके साथ ही उन्होंने निरासा के मासस प्रत्याशी अरूप चटर्जी और अन्य सभी महागठबंधन के उम्मीदवारों से अपील की कि वे चुनाव में जीत हासिल करें।
जनता को सावधान रहने की सलाह
सीएम ने जनता को सावधान करते हुए कहा कि “गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, असम और बिहार से लोग आकर आपको बहकाने की कोशिश करेंगे। इनकी बातों में आकर कोई फैसला न लें।” उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार को कोरोना के कारण सिर्फ ढाई साल काम करने का मौका मिला, लेकिन अब झारखंड में फिर से झारखंडियों की सरकार बनने जा रही है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस वक्तव्य के बाद से क्षेत्र में चर्चा है कि उनका यह बयान चुनावी माहौल में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत संदेश है। उन्होंने भाजपा की नीतियों, विशेष रूप से गैस सिलेंडर, आदिवासी मामलों और विस्थापन को लेकर कड़े सवाल उठाए, जो राज्य की जनता के बीच चर्चा का विषय बन सकते हैं। साथ ही, महागठबंधन को एकजुट कर चुनाव में जीत दिलाने की दिशा में मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी ताकत झोंकी है।