Home » स्वर्णरेखा नदी में गिराये जाने पाले पानी को चांडिल डैम से सीधे डिमना लेक में गिराया जाय : सरयू राय 

स्वर्णरेखा नदी में गिराये जाने पाले पानी को चांडिल डैम से सीधे डिमना लेक में गिराया जाय : सरयू राय 

by Rakesh Pandey
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सरयू राय ने शून्य काल में उठाया पेयजल आपूर्ति का मामला

जमशेदपुर : Jharkhand assembly monsoon session:  जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने विधासभा के मॉनसून सत्र में गुरुवार को शून्य काल के दौरान मोहरदा जलापूर्ति परियोजना से विगत चार दिनों से जलापूर्ति ठप होने का मामला उठाया. इस समस्या को लेकर विधायक श्री राय ने मांग की कि जमशेदपुर के लोगों को शुद्ध पानी पिलाने के लिए जो जल चांडिल डैम से स्वर्णरेखा नदी में गिराया जाता है, वही जल चांडिल डैम से डिमना लेक में गिराया जाय। उसे पीने लायक बना कर आपूर्ति की जाय.

इससे पूर्व उन्होंने कहा कि स्वर्णरेखा नदी का जल प्रदूषित होने के कारण मोहरदा पेयजल परियोजना के इंटेकवेल में कूड़ा-कचरा भर गया है।

इस वजह से नदी से पानी खींचना और उसे शुद्ध कर पीने लायक बनाना संभव नहीं रह गया है. नतीजा यह है कि करीब 50 हजार की जनसंख्या को चार दिनों से पीने का पानी नहीं मिल रहा है. मोहरदा पेयजल परियोजना का निर्माण शुरुआती दौर में गलत तरीके से होने के कारण भी इंटेकवेल में कूड़ा-कचरा जमा हो जाता है. हर साल बरसात के मौसम में यह स्थिति उत्पन्न होती है.

Jharkhand assembly monsoon session :  चांडिल डैम से 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, विधायक सरयू राय ने किया था आग्रह

जमशेदपुर : चांडिल डैम से गुरुवार को 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके लिए विगत बुधवार को जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने विशेष आग्रह किया था। इस पानी से मोहरदा जलापूर्ति योजना के इंटकवेल में जमा कचरे को साफ किया जाएगा। चांडिल डैम के कार्यकारी अभियंता संजय सिंह ने बताया कि विधायक सरयू राय के विशेष आग्रह पर पांच गेटों को खोला गया है। इसमें चार रेडियल गेट और एक स्लुईस गेट शामिल है, ताकि पानी उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि 2000 क्यूसेक पानी के प्रेशर से कचरा आदि साफ हो जाएगा। इससे लोगों को फिर से मोहरदा से पेयजल की आपूर्ति होने लगेगी।

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