रांची : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति किसी त्रासदी से कम नहीं है।
पाकुड़ में छात्रों के भविष्य का सवाल
मरांडी ने खासतौर पर पाकुड़ जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां 506 छात्रों का भविष्य एकमात्र शिक्षक के भरोसे है। यह स्थिति झारखंड सरकार की शिक्षा को प्राथमिकता देने के दावे की पोल खोलती है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार की घोषणाओं में खोखलापन साफ झलकता है।
शिक्षक बहाली पर सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में शिक्षकों की बहाली रोककर हेमंत सरकार हजारों बच्चों के सपनों को खत्म कर रही है। उन्होंने सरकार से अपील की कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना उनका संवैधानिक हक और राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। मरांडी ने सरकार से पारदर्शी तरीके से शिक्षक बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की।