- रंगदारी के लिए दिया था घटना को अंजाम, दो मजदूरों को लगी थी गोली
रांची : रांची में रंगदारी के लिए लगातार घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। एक तरफ अपराधी नई-नई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस भी रेस है, लगातार अपराधियों को दबोच कर जेल भेज रही है। इस बीच पुलिस ने फिर दो अपराधियों को गिरफ्तार किया। दोनों अपराधियों ने रंगदारी के लिए जानलेवा हमले को अंजाम दिया था। दो लोगों को गोली मारकर जख्मी भी कर दिया था।
सुजीत सिन्हा गैंग के हैं दोनों अपराधी
रांची पुलिस ने सुजीत सिन्हा गैंग के दो अपराधियों को जेल भेज दिया। गिरफ्तार अपराधियों में विक्की वर्मा उर्फ सशांक उर्फ डेविल और आयुष राज उर्फ छोटू शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से बैग, टैब, मोबाइल और डायरी बरामद किया है। दोनों अपराधी ओमांझाी में हुई गोलीबारी की घटना में शामिल थे। पूरे मामले की जानकारी ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर दी। एसपी ने बताया कि विक्की वर्मा का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। लालपुर और कांके थाना में इसके खिलाफ केस दर्ज हैं। इस मामले में पुलिस ने एक अपराधी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
अपराधियों को दबोचने के लिए बनी थी एसआईटी
एसपी ने बताया कि नवंबर महीने में ओरमांझी में काम कर रहे दो मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। दानों को अपराधियों ने एक-एक गोली मारी थी। इसके मामले में ओरमांझी थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया था। मामले का खुलासा करने के लिए सिल्ली डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांंच में यह पता चला कि इस घटना को सुजित सिन्हा गैंग ने अंजाम दिया है। इसके बाद एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए दोनों अपराधियों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में दोनों अपराधियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया।
छत्तीसगढ़ व रांची से पकड़े गए अपराधी
एसएसपी ने बताया इस मामले में पुलिस ने पूर्व में अपराधी जिशान सेख उर्फ रिक्की को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में रिक्की में अपने साथियों का नाम बताया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विक्की वर्मा उर्फ सशांक उर्फ डेविल को छत्तीसगढ़ के रायपुर और आयुष राज उर्फ छोटू शामिल को विकास गोलचक्कर, शालीमार नर्सार के पास से गिरफ्तार किया। अपराधियों को गिरफ्तार करने में एटीएस के तकनीकी शाखा और रांची जिला के तकनीकी शाखा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
क्या है पूरा मामला
22 नवंबर 2024 को ओरमांझरी थाना क्षेत्र के ग्राम डाहु स्थित फटाही प्लॉट (चिड़िया घर के बगल में) में संजीव जयसवाल के साथ जावेद असांरी, आजाद अंसारी काम कर रहे थे। इस दौरान बाइक सवार दो अपराधी पहुंचे और गोलीबारी कर दी। इस घटना में जावेद और आजाद घायल हो गए थे। दोनों को एक-एक गोली लगी थी। संजीव जयसवाल ने पुलिस को बताया था कि सुजित सिन्हा के गैंग ने लेवी की मांग की थी। लेवी नहीं देने पर इस घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद ओमांझी थाना में केस दर्ज कराया गया था।