

Jamshedpur News : झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर भावुक पोस्ट करते हुए लिखा – ‘आपको ऐसे नहीं जाना चाहिए था, रामदास दा… अंतिम जोहार, दादा’। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री के आकस्मिक निधन से राज्य को अपूर्णीय क्षति हुई है।

उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और ईश्वर से इस दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। झामुमो के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि रामदास सोरेन उनके पिता तुल्य थे। कुणाल षाड़ंगी ने फेसबुक पर लिखा कि जब वह झामुमो में शामिल हुए, तो रामदास सोरेन ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि बनकर उनके आवास पर आए थे।

कुणाल षाड़ंगी ने लिखा कि अब रामदास सोरेन उन्हें छोड़कर चले गए हैं। लेकिन जहां गए हैं, वहां से भी आशीर्वाद बनाए रखें।जमशेदपुर में रामदास सोरेन के करीबी नेताओं में शोक की लहर है। झामुमो के पूर्व नेता बाबर खान ने कहा कि रामदास सोरेन दिल के काफी अच्छे आदमी थे। उन्होंने सादगी भरा जीवन जिया। जमशेदपुर की राजनीति में वह हमेशा याद किए जाएंगे।

झामुमो के वरिष्ठ नेता शेख बदरुद्दीन ने कहा कि रामदास सोरेन उनके करीबी मित्र थे। हमेशा उनका साथ मिला। रामदास सोरेन 2 अगस्त 2025 को अपने आवास के बाथरूम में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें पहले जमशेदपुर के टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में दिल्ली रेफर किया गया। वहां उन्हें सर गंगाराम अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम लगातार इलाज कर रही थी, लेकिन शुक्रवार की रात उन्होंने अंतिम सांस ली। रामदास सोरेन के निधन से पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई है।
