Ranchi: बंगाल की खाड़ी में उठ रहे मोंथा चक्रवात को देखते हुए झारखंड सरकार सतर्क है। राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मंगलवार को सभी जिलों के उपायुक्तों को सतर्कता बरतने और जरूरी तैयारी करने के निर्देश जारी किए हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मोंथा एक गंभीर ट्रॉपिकल तूफान के रूप में विकसित हो सकता है। इसके प्रभाव से राज्य के दक्षिणी और मध्य भागों में तेज हवाएं चलने, भारी वर्षा होने और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है।
हालात पर रखी जा रही नजर
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हालात पर लगातार नजर रखे हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि तत्काल प्रभाव से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की आपात बैठक आयोजित कर सभी विभागों को अलर्ट मोड में रखा जाए।
प्रभावित क्षेत्रों में टीम करें तैनात
उन्होंने कहा कि संभावित प्रभावित क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमें तैनात की जाएं, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू किया जा सके। साथ ही निचले और जलभराव वाले इलाकों की पहचान कर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थलों पर स्थानांतरित करने की तैयारी की जाए।
बिजली आपूर्ति, संचार व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय रखने पर भी विशेष जोर दिया गया है। सभी BDO और थानाध्यक्षों को 24 घंटे निगरानी रखने और रिस्पॉन्स मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। जनता के बीच अफवाह न फैले, इसके लिए जनसंपर्क विभाग को जागरूकता अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे केवल सरकारी निर्देशों पर भरोसा करें और किसी भी अफवाह से बचें। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे सतर्क रहें, घरों से अनावश्यक बाहर न निकलें और जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।


