Ranchi (Jharkhand) : झारखंड पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। राज्यभर में चलाए गए नक्सल अभियान में अब तक 32 नक्सली मारे गए हैं और 157 हथियार बरामद किए गए हैं। यह जानकारी मंगलवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में आईजी अभियान डॉ. माईकल राज एस ने दी।

उन्होंने बताया कि जनवरी से सितंबर 2025 के बीच नक्सल अभियान, साइबर अपराध और सामान्य अपराध नियंत्रण में पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
अभियान में भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
आईजी अभियान ने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों से अब तक 157 हथियार बरामद किए हैं, जिनमें से 58 हथियार पुलिस से लूटे गए थे। इसके अलावा 11,950 गोलियां, 18,884 डेटोनेटर, 394.5 किलोग्राम विस्फोटक, और 39.53 लाख रुपये लेवी की राशि बरामद की गई है।
पुलिस ने नक्सलियों द्वारा बिछाए गए 228 आईईडी को नष्ट किया और 37 बंकरों को ध्वस्त किया गया। अब तक 266 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
इनामी नक्सली भी ढेर, करोड़ों की हताहत
आईजी डॉ. माईकल राज एस ने बताया कि पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए 32 नक्सलियों में दो सेंट्रल कमिटी मेंबर विवेक उर्फ प्रयाग मांझी और अनुज उर्फ सहदेव सोरेन शामिल हैं, जिन पर एक-एक करोड़ रुपये का इनाम था।
इसके अलावा 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर साहेब राम मांझी उर्फ राहुल को भी मुठभेड़ में मार गिराया गया।
साइबर अपराध और संगठित अपराध पर भी कसा शिकंजा
आईजी अभियान ने बताया कि अगस्त और सितंबर में झारखंड पुलिस ने 128 साइबर अपराध मामलों में 105 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 139 मोबाइल फोन, 166 सिम कार्ड, 60 एटीएम कार्ड और 2.81 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
साथ ही, पुलिस ने 12,651 वारंटों का निष्पादन किया और 4,186 गिरफ्तारियां कीं। इसके अलावा 413 वाहन, 136 हथियार और 1,221 गोलियां जब्त की गईं।
अमन साहू गिरोह पर कार्रवाई, विदेश से अपराधी प्रत्यर्पित
आईजी अभियान ने बताया कि अमन साहू गिरोह के सक्रिय अपराधी सुनिल कुमार उर्फ सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक सिंह को अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया।
इसके अलावा रांची में कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई, जिसके पास से अवैध हथियार और रसायन बरामद किए गए।
साथ ही रामगढ़ डकैती मामले में चार अभियुक्तों को चार अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया।