जमशेदपुर : झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (JCECEB) ने बीएड, एमएड, और बीपीएड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा-2025 का परिणाम प्रवेश परीक्षा के ढाई माह बाद भी नहीं जारी हाे सका है। यह परीक्षा 11 मई 2025 को प्रदेश के विभिन्न केंद्राें पर आयोजित हुई थी। लेकिन परिणाम में देरी के कारण हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है।
शैक्षणिक सत्र 2025-27 में बीएड पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए उत्साहित छात्र अब निराशा और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं। इस देरी से न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि काउंसलिंग और नामांकन प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। छात्रों का कहना है कि परिणाम में देरी के कारण उनकी पढ़ाई और करियर योजनाएं प्रभावित हो रही हैं।
छात्रा, प्रिया कुमारी, ने बताया, “हमने इतनी मेहनत से परीक्षा दी, लेकिन परिणाम का इंतजार हमें मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। नामांकन में देरी से हमारा एक साल बर्बाद हो सकता है। हैरान करने वाली बात यह है कि जेसीईसीईबी की ओर से इस प्रवेश परीक्षा काे लेकर जाे नाेटिफिकेशन जारी किया गया था, उसके तहत जून में एडमिशन प्रक्रिया पूरी जाे जानी थी। जबकि एक जुलाई से कक्षाएं संचालित हाेनी थी। लेकिन 4 अगस्त बीत गया कक्षा शुरू हाेना ताे दूर प्रवेश परीक्षा का परिणाम भी जारी नहीं हाे सका।
जिस दिन काउंसलिंग हाेनी थी उसी दिन रद्द हुआ परिणाम
जेसीईसीईबी ने प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी करते हुए बीएड, एमएड, और बीपीएड में एडमिशन के लिए काउंसलिंग की तिथि भी घाेषित कर दी थी। इसके तहत झारखंड के सरकारी, सहायता प्राप्त, और निजी बी.एड कॉलेजों में दाखिले के लिए 7 जुलाई से काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हाेनी थी। लेकिन इसी दिन परीक्षा व काउंसलिंग की प्रक्रिया रद्द हाेने की सूचना जारी हुई।
इसके साथ ही जेसीईसीईबी ने अभ्यर्थियों से आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट्स की जांच करने को कहा है। बोर्ड ने यह भी आश्वासन दिया है कि जल्द ही नई तारीखों और परिणाम से संबंधित जानकारी साझा की जाएगी। लेकिन एक महीने से छात्र परिणाम का इंतजार ही कर रहे हैं।
JCECEB : नामांकन प्रक्रिया इस प्रकार चली थी
- बीएड, एमएड, और बीपीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 15 फरवरी से 15 मार्च 2025 तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किया गया
- 11 मई को रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, दुमका, पलामू, और हजारीबाग में आयोजित इस ऑफलाइन परीक्षा आयाेजित हुई
- 14 मई को आधिकारिक उत्तर कुंजी जारी की गई थी और आपत्ति दर्ज करने की अंतिम तिथि 18 मई थी।
- 4 जुलाई को परीक्षा का परिणाम जारी हुआ
- 7 जुलाई परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया गया
बीएड का परिणाम जारी करने में देर करना छात्राें काे परेशान करने जैसा है। जबकि नियमानुसार जब 1 जुलाई से बीएड की कक्षाएं शुरू हाे जानी चाहिए ताे फिर इसमें देरी क्याें की जा रही है। इस पर सरकार ध्यान देने की जरूरत है।
-डॉक्टर विशेश्वर यादव, अध्यक्ष झारखंड राज्य बीएड प्राध्यापक संघ