

जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची स्थित अभिषेक अस्पताल पर एक दरोगा ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। सरायकेला खरसावां जिले में तैनात झारखंड पुलिस के अवर निरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त से लिखित शिकायत की है। उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अस्पताल ने उनके 9 साल के बेटे का इलाज राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत करने से न सिर्फ इनकार कर दिया, बल्कि उनसे दुर्व्यवहार भी किया और नकद 10,000 रुपये भी वसूले।

बीमा कार्ड को फेंका, बाउंसरों ने किया दुर्व्यवहार
मनोज कुमार शर्मा ने उपायुक्त को दिए गए अपने शिकायत पत्र में बताया कि 23 जून की रात करीब 11:30 बजे उनके बेटे प्रणय कुमार को पेट दर्द के कारण अभिषेक अस्पताल ले जाया गया था। चूंकि यह अस्पताल राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना की सूची में शामिल है, इसलिए उन्होंने इलाज के लिए अपना बीमा कार्ड दिखाया। लेकिन, दरोगा का आरोप है कि डॉक्टर ने उनके कार्ड को कथित तौर पर फेंक दिया और बीमा योजना के तहत इलाज करने से साफ इनकार कर दिया। शिकायत के अनुसार, अस्पताल के कर्मचारियों और बाउंसरों ने भी उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।

नकद भुगतान के बाद भी नहीं हुआ सुधार
दरोगा ने बताया कि अस्पताल के इस रवैये के बाद उन्हें मजबूरी में 10,000 रुपये नकद देकर बेटे का इलाज कराना पड़ा। लेकिन, इसके बाद भी बच्चे की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और अंततः उसे इलाज के लिए टाटा मुख्य अस्पताल (Tata Main Hospital) में भर्ती कराना पड़ा। उन्होंने शिकायत में इस बात पर जोर दिया है कि सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पताल होने के बावजूद इस तरह से बीमा योजना का लाभ न देना और दुर्व्यवहार करना राज्य सरकार के प्रति जनता के भरोसे को कम करता है। उन्होंने उपायुक्त से मांग की है कि अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि आम जनता का विश्वास बना रहे। शिकायत पत्र के साथ उन्होंने 23 जून को अस्पताल में इलाज से जुड़े कागजात भी सबूत के तौर पर जमा किए हैं।

