Jamshedpur (Jharkhand) : झारखंड यूनियन ऑफ सेकेंडरी टीचर (JUST) के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मुलाकात की और शिक्षकों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की। इस बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिला समिति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संघ के अध्यक्ष नीरज साहू ने शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रधानाध्यापक पद के लिए बनाई गई नई नियमावली पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह नियमावली माध्यमिक शिक्षकों के साथ अन्याय है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले प्रभारी प्रधानाध्यापक के लिए 5 साल का अनुभव मांगा गया था, लेकिन अब माध्यमिक विद्यालयों (कक्षा 9 से 12) में प्रधानाचार्य और अन्य पदों की भर्ती के लिए पी.जी.टी. शिक्षकों के लिए 8 साल और टी.जी.टी. शिक्षकों के लिए 15 साल का अनुभव मांगा जा रहा है। इसके साथ ही आयु सीमा भी निर्धारित की गई है, जिससे टी.जी.टी. शिक्षकों के लिए 15 साल का अनुभव प्राप्त करते-करते उनकी उम्र सीमा ही खत्म हो जाएगी।
प्रोन्नति नहीं, विभागीय परीक्षा से हो नियुक्ति : JUST
इस दौरान JUST संघ ने शिक्षा मंत्री से मांग की कि प्रधानाध्यापक पद के लिए सीधी प्रोन्नति की बजाय, सभी योग्य शिक्षकों के लिए 5 साल के कार्य अनुभव के साथ विभागीय स्तर पर प्रतियोगिता परीक्षा (डिपार्टमेंटल एग्जाम) का प्रावधान किया जाए। संघ का कहना है कि इसी परीक्षा के आधार पर इन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति होनी चाहिए, ताकि योग्य व्यक्ति को ही पद मिले।
अंतः जिला स्थानांतरण और ग्रामीण विद्यालयों की स्थिति पर जताई चिंता
इसके अलावा, JUST ने शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में ही अंतः जिला स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की भी मांग की। संघ ने बताया कि आज जोन-1 और जोन-2 में शिक्षक 10 वर्षों से एक ही स्कूल में कार्यरत हैं, जबकि ग्रामीण विद्यालयों के शिक्षक डेपुटेशन कराकर शहरी क्षेत्रों में चले गए हैं। ऐसे में ग्रामीण विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने उनकी मांगों को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि ये सभी मुद्दे उनके संज्ञान में हैं और इस पर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। इस महत्वपूर्ण वार्ता में संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सोमाय मांडी, सचिव देवेंद्र मांझी, पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष राजू घोष, सचिव रूपक कुमार दे, कोषाध्यक्ष बिश्वनाथ पॉल, सदस्य गिरधारी कुंडू, राजकुमार सेन, यामिनी महतो, दिलीप भगत, मंजीत धाउडिया, रेबन्ता कुमार गिरि, विकास कालिंदी, अजीत कुमार महतो समेत विभिन्न जिलों से आए JUST के कई सदस्य उपस्थित थे।


