Chakradharpur (Jharkhand) : झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सिंहभूम सांसद जोबा माझी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन (Dishom Guru Shibu Soren) को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भावुक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने शिबू सोरेन के जीवन संघर्ष और झारखंड के लिए उनके योगदान का विस्तृत वर्णन किया है। जोबा माझी ने कहा है कि शिबू सोरेन को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
‘शोषण से मुक्ति के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष’
सांसद जोबा माझी ने अपने पत्र में लिखा है कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से पूरा राज्य आहत और विचलित है। उन्होंने शिबू सोरेन को एक ऐसे मसीहा के रूप में याद किया, जिन्होंने समाज के उत्थान, गरीबों और आदिवासियों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए माझी ने कहा कि उनका जीवन देश के लिए समर्पित था।
पत्र के अनुसार, शिबू सोरेन का बचपन महाजनों के शोषण को समझने में बीता, जवानी इसी शोषण के खिलाफ संघर्ष में और प्रौढ़ावस्था अलग झारखंड राज्य के आंदोलन और अदालती लड़ाइयों में व्यतीत हुआ। उन्होंने लिखा कि बाल्यावस्था में अपने पिता को महाजनों के शोषण का शिकार होते देख ही शिबू सोरेन के जीवन का लक्ष्य तय हो गया था।
‘संघर्ष का पर्याय बने’
सांसद ने पत्र में लिखा है कि संघर्ष के दिनों में अपने अनेक प्रियजनों और अपने बड़े पुत्र को खोने के बावजूद शिबू सोरेन कभी भी सत्य और गरीबों के लिए संघर्ष के मार्ग से नहीं हटे। इसी कारण उन्हें ‘झारखंड का प्रणेता’ कहा जाता है और राज्य की जनता उन्हें ‘दिशोम गुरु’ मानती है। जोबा माझी ने कहा कि राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बावजूद देश और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें पूरे देश में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है।
माझी ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि यह समय है जब भारत देश अपनी परंपराओं के अनुसार एक सच्चे समाज सुधारक, गरीब और आदिवासी समाज के मसीहा और संघर्ष का पर्याय बन चुके दिवंगत शिबू सोरेन को देश के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित कर अपनी कृतज्ञता व्यक्त करे।