RANCHI: बहुचर्चित कमल भूषण हत्याकांड में 19 सितंबर को एजेसी आनंद प्रकाश के न्यायालय में फैसला सुनाया जाएगा। इससे पहले रांची पुलिस अलर्ट मोड में है। वहीं कोर्ट में फैसला सुनाए जाने को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इस मामले में आरोपी राहुल कुजूर, डबलू कुजूर, सुशीला कुजूर, काविस अदनान ट्रायल फेस कर रहे थे। वहीं एक अन्य आरोपी मुनव्वर अफाक सरकारी गवाह बन चुका है।
30 मई 2022 को अपराधियों ने कमल भूषण की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी। रातू रोड में जिस वक्त कमल भूषण की गोली मारकर हत्या की गई उस वक्त सैकड़ों लोग मौके पर मौजूद थे। लेकिन दोनों अपराधी हथियार लहराते हुए वहां से भाग निकले थे। जानकारी के अनुसार इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड राहुल कुजूर था। इसकी पूरी जानकारी कमल भूषण की बेटी यामिनी को भी थी। घटना को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी डब्लू कुजूर और उसका बेटा राहुल कुजूर समेत 4 आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए कोलकाता होते दिल्ली भाग गए थे।
सभी को भेजा गया था जेल
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने सभी को गिरफ्तार कर झारखंड पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने सभी को रांची लाकर जेल भेज दिया था। हत्याकांड को लेकर सुखदेव नगर थाना में कांड संख्या 238/2022 के तहत आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कमल भूषण की हत्या की वजह उनकी बेटी यामिनी का प्रेम विवाह था।
कमल भूषण और डब्लू कुजूर दोनों जमीन कारोबार में पार्टनर थे और दोनों एक साथ कारोबार करते थे। लेकिन, जून 2021 में कमल भूषण की बेटी यामिनी से डब्लू कुजूर के बेटे राहुल कुजूर ने प्रेम विवाह कर लिया। इसके बाद से दोनों पार्टनर के बीच विवाद हो गया और दोनों एक-दूसरे के दुश्मन हो गए। दरअसल, बेटी के प्रेम विवाह से कमल भूषण नाराज था। हत्याकांड के इस मामले में मुख्य आरोपी डब्लू कुजूर, उसकी पत्नी सुशीला कुजूर और बेटा राहुल कुजूर एवं काविस अदमान ट्रायल फेस कर रहे थे।