पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर से वर्चुअल माध्यम से खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के सातवें संस्करण का उद्घाटन किया। यह आयोजन बिहार के इतिहास में सबसे बड़ा बहु-खेल प्रतियोगिता है, जिसमें 6,000 से अधिक युवा खिलाड़ी 27 खेलों में 15 मई तक प्रतिस्पर्धा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी में दी शुभकामनाएं
अपने उद्घाटन भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी में खिलाड़ियों का स्वागत किया, जो बिहार और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बोली जाती है। उन्होंने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में 6,000 युवा खिलाड़ी बिहार की इस महान भूमि पर अपने सपनों को साकार करने के लिए आएंगे’। उन्होंने राज्य के विभिन्न शहरों—पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय—में हो रहे खेलों का उल्लेख किया।
बिहार में खेलों का बुनियादी ढांचा
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के आयोजन के लिए बिहार में खेल बुनियादी ढांचे का विकास किया गया है। भागलपुर और बेगूसराय में स्टेडियम का उन्नयन किया गया है, जबकि राजगीर में अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर की स्थापना की गई है। इन सुविधाओं का उद्देश्य खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए सर्वोत्तम वातावरण प्रदान करना है।
महाराष्ट्र की लगातार सफलता की उम्मीद
महाराष्ट्र ने पिछले दो संस्करणों में टीम चैंपियनशिप जीती है और इस बार भी 430 से अधिक खिलाड़ियों के साथ बिहार में भाग ले रहा है। राज्य की यह निरंतर सफलता आगामी संस्करणों में भी जारी रखने की उम्मीद है।
36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी
इस संस्करण में 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाग ले रहे हैं, जिसमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से 10 सदस्यीय टीम, लद्दाख से 14, लक्षद्वीप से 12 और सिक्किम से 15 खिलाड़ी शामिल हैं। यह विविधता खेलो इंडिया यूथ गेम्स की राष्ट्रीय पहुंच और लोकप्रियता को दर्शाती है।
बिहार के लिए प्रेरणा और अवसर
पिछले संस्करण में बिहार ने 21वां स्थान प्राप्त किया था, लेकिन इस बार राज्य को मेज़बानी का अवसर मिलने से उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रदर्शन बेहतर होगा। दिल्ली, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने जब खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेज़बानी की, तो उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इससे बिहार को भी प्रेरणा मिल रही है कि मेज़बानी से प्रदर्शन में सुधार संभव है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जो राज्य के खेल बुनियादी ढांचे के विकास और युवा खिलाड़ियों के लिए नए अवसरों के द्वार खोल रहा है।

