Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड के कोल्हान क्षेत्र की समृद्ध आदिवासी संस्कृति और अनमोल विरासत को अब राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने की दिशा में पहल शुरू की गई है। इसके लिए गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया, जिसके तहत एक विशेष फिल्म निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
दुंबीसाई स्थित अर्जुना हॉल में “कोल्हान हो फिल्म एंड म्यूजिक एसोसिएशन” के तत्वावधान में आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में स्थानीय कलाकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य कोल्हान की विशिष्ट संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने को सिनेमा के माध्यम से देशभर के दर्शकों तक पहुंचाना है।
समाज की सकारात्मक छवि फिल्मों में दिखाएं : विधायक सोनाराम सिंकु
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकु ने इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि फिल्में समाज का दर्पण होती हैं और इनके माध्यम से समाज की सकारात्मक और गौरवशाली तस्वीर को प्रस्तुत किया जाना चाहिए। विधायक सिंकु ने कोल्हान के कलाकारों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि कोल्हान की आदिवासी संस्कृति को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के लिए वे हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे।
सामाजिक जागरूकता पर आधारित होगी फिल्म, दिखेंगे स्थानीय कलाकार
कार्यशाला में उपस्थित फिल्म निर्देशक चौधरी मुंडा ने फिल्म की अवधारणा और निर्माण योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रस्तावित फिल्म सामाजिक जागरूकता के महत्वपूर्ण विषय पर आधारित होगी और इसका निर्माण एक बड़े पैमाने पर किया जाएगा, जिसमें कोल्हान क्षेत्र के सैकड़ों स्थानीय कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। कार्यशाला के दौरान कलाकारों को फिल्म की स्क्रिप्ट और स्क्रीन पर बोले जाने वाले संवादों की बारीकियों से अवगत कराया गया। इसके साथ ही, फिल्म में भूमिका निभाने के इच्छुक कलाकारों का स्क्रीन टेस्ट और वॉइस टेस्ट भी आयोजित किया गया, ताकि उनकी प्रतिभा को परखा जा सके।
फिल्म में इन कलाकारों का दिखेगा जलवा
इस महत्वाकांक्षी फिल्म में कोल्हान के कई जाने-माने कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे। अभिनेत्री दीपिका देवगम और अभिनेता श्याम कुदादा फिल्म में मुख्य किरदार निभाएंगे, जिनके अभिनय का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार रहेगा। इनके अलावा श्याम बोबोंगा, प्रकाश पुरती, साधु हो’, बुरू हो सिंकु, सत्यजीत सुंडी, गुरा सिंकु, तुराम सुंडी, प्रधान तामसोय, रॉबिन अल्डा, संजय सरील देवगम, विकास उगुरसांडी जैसे कोल्हान के कई अन्य प्रसिद्ध और प्रतिभावान कलाकार भी इस फिल्म का हिस्सा होंगे, जो अपनी कला से फिल्म को और अधिक जीवंत बनाएंगे।
कार्यशाला के आयोजन से कोल्हान के कलाकारों में एक नया उत्साह और जोश देखने को मिला। उन्हें उम्मीद है कि इस फिल्म के माध्यम से न केवल कोल्हान की संस्कृति राष्ट्रीय स्तर पर पहचानी जाएगी, बल्कि स्थानीय प्रतिभा को भी एक महत्वपूर्ण मंच मिलेगा, जिससे इस क्षेत्र में फिल्म निर्माण की संभावनाओं को और बढ़ावा मिलेगा। यह पहल निश्चित रूप से कोल्हान की कला और संस्कृति के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।