

Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के खूंटपानी प्रखंड स्थित बादेया गांव में कोल्हान आवासीय विद्यालय की स्थापना का मार्ग आखिरकार प्रशस्त हो गया है। लंबे समय से चले आ रहे ग्रामीणों के विरोध के बावजूद, मौजूदा उपायुक्त चंदन कुमार के दृढ़ संकल्प के कारण प्रशासन को इस महत्वपूर्ण परियोजना में सफलता मिली है।

डीसी चंदन कुमार के प्रयासों से मिली सफलता, पहले ठप था काम
पूर्व उपायुक्त अनन्य मित्तल के कार्यकाल में स्थानीय मानकी, मुंडा और ग्रामीणों के उग्र विरोध के कारण इस आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य रुका हुआ था। हालांकि, उपायुक्त चंदन कुमार के पदभार ग्रहण करने के बाद ग्रामीणों का विरोध धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया और अब इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ गए हैं।

13 एकड़ सरकारी जमीन पर बनेगा भव्य विद्यालय
यह आवासीय विद्यालय लगभग 13 एकड़ सरकारी परती भूमि (थाना संख्या 49, खाता संख्या 01) पर बनाया जाएगा। प्रस्तावित योजना के अनुसार, विद्यालय भवन, प्रशासनिक भवन, विशाल प्ले ग्राउंड, बास्केटबॉल कोर्ट, छात्र एवं छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास, सुंदर गार्डेन, पार्किंग क्षेत्र, आधुनिक कंप्यूटर कक्ष, ध्यान एवं योग केंद्र और एक भव्य ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा।

नेतरहाट की तर्ज पर मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
यह विद्यालय झारखंड के प्रतिष्ठित नेतरहाट आवासीय विद्यालय और इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय की तर्ज पर संचालित होगा। यहां विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, पौष्टिक भोजन और उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण प्रदान किया जाएगा, जो नेतरहाट के स्तर का होगा।
विरोध के कारण बदला गया स्थान
बता दें कि इस आवासीय विद्यालय का निर्माण पहले मोजोडिम्बा गांव में प्रस्तावित था, लेकिन स्थानीय विरोध के कारण वहां योजना सफल नहीं हो सकी, जिसके बाद बादेया गांव का चयन किया गया। बादेया में भी ग्रामीणों का विरोध हुआ था, जिसके चलते प्रशासन ने छह नामजद सहित 50 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी। गुरुवार को प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा कि विद्यालय का निर्माण हर हाल में निर्धारित स्थान पर ही किया जाएगा। इस विद्यालय के खुलने से कोल्हान क्षेत्र के गरीब और মেধাবী छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।
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