जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में कुष्ठ रोग के मामलों में तेजी देखी जा रही है। स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत जिले में अब तक 66,697 लोगों की जांच की गई। इसमें 96 संदिग्ध मरीज मिले हैं।संदिग्ध मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जाएगा, यहां उनकी विस्तृत जांच होगी। डाक्टरों का कहना है कि कुष्ठ रोग का इलाज पूरी तरह संभव है, और एमडीटी दवा के जरिए इसका उपचार किया जा सकता है।
14 फरवरी तक चलेगा अभियान
जिले में कुष्ठ रोगियों को चिन्हित करने का अभियान चल रहा है। यह अभियान 14 फरवरी तक चलेगा।
कुष्ठ रोग के लक्षण:-
त्वचा पर बदरंग दाग या सुन्नापन।
-चेहरे और कान के किनारे मोटापन या गांठ।
-मटर के आकार की गांठ
-त्वचा में चमकदार बदलाव।
समय पर इलाज का महत्व
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर समय पर इलाज न किया गया, तो मरीजों में दिव्यांगता आ सकती है। इसलिए शुरुआती लक्षण दिखते ही इलाज कराना जरूरी है।
निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में जागरूकता
लोहरदगा में सेवा भारती द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 54 लोगों की निशुल्क जांच की गई। शिविर में रक्तचाप, शुगर, हीमोग्लोबिन आदि की जांच की गई। डॉक्टरों ने लोगों से नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की अपील की, ताकि बीमारियों का समय पर पता लगाकर इलाज किया जा सके। डाक्टरों का कहना है कि कुष्ठ रोग से डरने की जरूरत नहीं है, इसका इलाज संभव है। जागरूक रहें और नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
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