Saraikela/Rajnagar (Jharkhand) : झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज गर्जना के साथ हुई आकाशीय बिजली गिरने की घटना में दो ग्रामीणों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हृदयविदारक घटना राजनगर प्रखंड के नीमडीह गांव की है, जहां दो अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात से दो परिवारों का का सहारा छिन गया।
खेत से लौटने के दौरान वज्रपात की चपेट में आए शक्तिसेन
घटना के पहले मामले में 52 वर्षीय शक्तिसेन महतो खेत से काम खत्म कर अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वे रास्ते में पहुंचे, अचानक तेज गर्जना के साथ उन पर आकाशीय बिजली गिर गई। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत चाईबासा सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शक्तिसेन के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों में एक बेटा और एक बेटी हैं। उनका परिवार इस अनहोनी से सदमे में है। गांववालों का कहना है कि वे एक मेहनती और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे।
मोबाइल टॉवर के पास खड़े थे संतोष, मौके पर ही मौत
वहीं दूसरी दुखद घटना भी उसी गांव में हुई, जहां 55 वर्षीय संतोष महतो गांव के ही मोबाइल टॉवर के पास खड़े थे। अचानक तेज बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने से वे बुरी तरह झुलस गए। परिजनों ने तत्काल उन्हें राजनगर सीएचसी ले जाया, लेकिन वहां भी डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
संतोष महतो के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही दयनीय थी और अब इस हादसे ने उन्हें गहरे संकट में डाल दिया है।
गांव में शोक का माहौल, प्रशासन से मुआवजे की मांग
दोनों मौतों के बाद नीमडीह गांव में मातम छाया हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर से मानसून के दौरान आकाशीय बिजली से बचाव के प्रति सतर्कता और जनजागरूकता की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग को भी इस तरह की घटनाओं को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में अलर्ट सिस्टम और बचाव के उपाय तेज करने की ज़रूरत है।
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