लखनऊ : नाका क्षेत्र की रेवड़ी गली स्थित होटल शरनजीत में मां और चार बहनों की हत्या करने वाले आरोपी अरशद को गुरुवार को जेल भेज दिया गया। लगभग 12 घंटे तक चले पूछताछ में वह पुलिस के सामने लगातार बयान बदलता रहा। पांचों शवों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की एक टीम ने देर शाम किया। पीएम रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा और उसकी सबसे छोटी बेटी आलिया की मौत गला कसने और मुंह-नाक दबाने से हुई। वहीं, अक्शा और राहमीन की मौत कलाई काटने और अल्शिफा की मौत गर्दन व कलाई काटने से अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई। शवों का बिसरा जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया हैं।
कस्टडी रिमांड लेगी पुलिस
सभी शव संभल ले जाए जाएंगे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अस्मा के भाई आलम इसकी जानकारी दी। पोस्टमार्टम हाउस पर वह अपने चचेरे भाइयों और फूफा के साथ शव लेने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि बुधवार को घटना की जानकारी दी पुलिस ने थी। रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर लखनऊ पहुंचे और अब शव लेकर संभल जा रहे हैं। पुलिस ने अरशद से लंबी पूछताछ की, लेकिन वह हर बार अलग-अलग बयान देता रहा। नाका थाना प्रभारी वीरेंद्र तिवारी ने बताया कि घटना से जुड़े कई अहम सबूत जुटाए गए हैं। पुलिस अब अरशद को कस्टडी रिमांड पर लेकर और गहराई से पूछताछ करेगी।
यह है मामला
आगरा के इस्लामनगर टेढ़ी बगिया निवासी अरशद अपने पिता बदर, मां अस्मा और चार बहनों के साथ 30 दिसंबर को होटल शरनजीत पहुंचा था। 31 दिसंबर की रात अरशद और बदर ने मिलकर अस्मा और चारों बहनों की हत्या कर दी।
चार टीमें कर रहीं बदर की खोज
घटना में शामिल मुख्य आरोपी मोहम्मद बदर की तलाश में पुलिस की चार टीमें जुटी हुई हैं। लखनऊ के बस और रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने आगरा, संभल, बदायूं और दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है। बदर मूल रूप से बदायूं का रहने वाला है। वह दिल्ली और आगरा में भी रहा है। उसके करीबी रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है।