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Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार व्यापक स्तर पर इस्तेमाल होगी M-3 EVM

by Rakesh Pandey
EVM M_3
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पटना : बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज़ हो चुकी है। इस बार चुनाव आयोग ने M-3 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के उपयोग की घोषणा की है। यह थर्ड जेनरेशन की ईवीएम है, जिसे बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) ने विकसित किया है।

क्या है M-3 EVM, जानिए इसके तकनीकी पक्ष

M3 EVM, यानी मार्क-3 मॉडल, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है। एक बार में 3840 वोट रिकॉर्ड कर सकती है। अधिकतम 64 उम्मीदवारों को सपोर्ट करने की क्षमता रखती है।vइसमें दो यूनिट होती हैं।

कंट्रोल यूनिट (Control Unit)

बैलेट यूनिट (Ballot Unit)

इसके साथ VVPAT (वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) प्रणाली भी अनिवार्य रूप से जुड़ी होती है।

M-3 EVM की प्रमुख विशेषताएं

  1. उच्च सुरक्षा प्रणाली

M3 EVM में एंटी-टैम्पर तकनीक है, जो मशीन से छेड़छाड़ की किसी भी कोशिश पर उसे स्वतः निष्क्रिय कर देती है।

इसमें डिजिटल सत्यापन प्रणाली है, जिससे बैलट यूनिट और कंट्रोल यूनिट के बीच सुरक्षित संचार होता है।

  1. अद्वितीय सॉफ्टवेयर सिक्योरिटी

इसका चिप आधारित सॉफ्टवेयर न पढ़ा जा सकता है, ना ही दोबारा लिखा जा सकता है।

यह मशीन इंटरनेट या किसी नेटवर्क से कनेक्ट नहीं होती, जिससे इसे रिमोटली नियंत्रित नहीं किया जा सकता।

  1. VVPAT तकनीक

वोट डालने पर VVPAT पेपर स्लिप निकलती है, जिसे मतदाता 7 सेकंड तक देख सकता है।

इससे मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और मतदाता का भरोसा बढ़ता है।

  1. बेहतर बैटरी और डिज़ाइन

नई तकनीक में बैटरी यूनिट और कैंडिडेट सेक्शन को अलग कर दिया गया है।

मशीन 6 वोल्ट बैटरी से चलती है, जो बिजली न होने की स्थिति में भी सुचारु रूप से कार्य करती है।

क्यों हो रहा है M3 EVM का इस्तेमाल

पहली बार इस मशीन का उपयोग 2020 में कुछ चुनावों में किया गया था, जहां यह सटीक, तेज और विश्वसनीय साबित हुई।

बिहार जैसे बड़े राज्य, जहां करोड़ों मतदाता और सैकड़ों उम्मीदवार होते हैं, वहां M3 EVM का उपयोग तेजी से मतदान और निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करेगा।

मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम

चुनाव आयोग के मुताबिक, M-2 EVM अब पुरानी हो चुकी है और उसमें तकनीकी दिक्कतें आती थीं। वहीं, M-3 EVM तकनीकी रूप से अधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और उपयोग में आसान है। इसके दो-चरणीय रैंडमाइजेशन सिस्टम से यह भी सुनिश्चित हुआ है कि मशीनों में किसी प्रकार की हेराफेरी संभव न है।

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