महाकुंभ नगर (प्रयागराज) : प्रयागराज में महाकुंभ मेला के दौरान माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। संगम में डुबकी लगाने के लिए बुधवार को लाखों श्रद्धालु पहुंचे। स्थानीय प्रशासन के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन बुधवार को अनुमानतः लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुन और सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
15 किलोमीटर तक फैली भीड़
माघ पूर्णिमा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ 15 किलोमीटर तक फैल गई है, जिससे प्रशासन को स्थिति नियंत्रित करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। संगम क्षेत्र और घाटों तक श्रद्धालु पैदल चलकर पहुंचे, जिससे भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। प्रशासन ने शहर में वाहनों की एंट्री को बंद कर दिया और मेला क्षेत्र में भी वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी। श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाने के लिए पार्किंग से शटल बस सेवाएं उपलब्ध कराई गईं, हालांकि इनकी संख्या सीमित है।
हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश
महाकुंभ के इस विशेष धार्मिक आयोजन को और भव्य बनाने के लिए हेलिकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल फूलों की बारिश की गई। यह दृश्य श्रद्धालुओं के मन को शांति और संतुष्टि देने वाला था। फूलों की यह बारिश आस्था का प्रतीक बन गई और महाकुंभ मेला के इस पर्व को और भी खास बना दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संगम पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सुरक्षा को लेकर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रणनीति बनाई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस बार मेले में 15 जिलों के डीएम, 20 IAS अधिकारी और 85 PCS अफसरों को तैनात किया गया है, ताकि भीड़ को सही तरीके से प्रबंधित किया जा सके।
कल्पवास का समापन
माघ पूर्णिमा के दिन कल्पवास का समापन भी हो गया। स्नान के बाद करीब 10 लाख कल्पवासी अपने घर लौटने के लिए तैयार हैं। यह दिन उनके लिए अत्यधिक पवित्र था, और इस स्नान के साथ उनकी पवित्र यात्रा का समापन हो जाएगा।
महाकुंभ का 31वां दिन, अंतिम स्नान 26 फरवरी को
महाकुंभ का आज 31वां दिन है, और अब तक कुल 46 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ मेला सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा है और अगले स्नान पर्व 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन आयोजित होगा, जो इस मेले का आखिरी स्नान पर्व होगा।
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