प्रयागराज: प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के अवसर पर मंगलवार रात मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस हादसे में 90 लोग घायल हुए हैं, जबकि दो महिलाएं लापता बताई जा रही हैं। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मोर्चा संभाला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को बेहद दुखद करार देते हुए मृतकों के परिजनों को ₹25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। उन्होंने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं। इसके लिए पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है। इसमें वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस बीके सिंह को भी शामिल किया गया है।
लापता महिलाओं की तलाश जारी
आजमगढ़ की दो महिलाएं, उर्मिला सिंह और सरोज गुप्ता, भगदड़ के बाद से लापता हैं। दोनों के स्वजन लगातार उनकी कुशलता की प्रार्थना कर रहे हैं और तलाश में जुटे हैं। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के पोटका की एक महिला लापता है। इसी तरह, रांची की भी एक महिला का अब तक पता नहीं चल पाया है।
200 विशेष ट्रेनें चलेंगी रात तक
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए अब तक 150 विशेष ट्रेनें संचालित की जा चुकी हैं। प्रशासन ने जानकारी दी है कि रात 12 बजे तक 200 ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की जाएगी। प्लेटफार्मों पर भीड़ अब भी नियंत्रित नहीं हो पाई है। घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “इतनी तैयारियों के बावजूद यह हादसा बेहद दुखद है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।”प्रशासन और पुलिस हादसे की तह तक जाने के लिए जांच में जुटे हुए हैं।
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