महराजगंज : उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में फरेंदा थाना क्षेत्र के सिधवारी गांव निवासी सुरेंद्र यादव ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय में हंगामा मचा दिया। न्याय न मिलने और अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगाने से परेशान होकर उन्होंने खुद पर डीजल डाल लिया और चिल्लाने लगे। गनीमत रही कि वहां मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर उनकी जान बचा ली।
क्या है पूरा मामला?
सुरेंद्र यादव का आरोप है कि फरेंदा-धानी मार्ग पर हाइवे के किनारे उनकी भूमि है, जिसमें वह आधे हिस्से के मालिक हैं। इस जमीन को लेकर न्यायालय में मुकदमा चल रहा है, लेकिन विरोधी पक्ष जबरन उनकी जमीन पर पेट्रोल पंप स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। सुरेंद्र ने बताया कि वह भूमि पर कब्जा रोकने के लिए लगातार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
उन्होंने दावा किया कि पुलिस भी इस मामले में लीपापोती कर रही है, जिससे आरोपी बिना किसी डर के जमीन पर कब्जा करने में जुटे हैं। न्याय न मिलने से क्षुब्ध होकर सुरेंद्र ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय में यह खतरनाक कदम उठाया।
कर्मचारियों की तत्परता से बची जान
जैसे ही सुरेंद्र ने खुद पर डीजल डाला और चिल्लाना शुरू किया, एसडीएम कार्यालय में हंगामा मच गया। वहां मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई की और उन्हें रोककर सुरक्षित किया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे।
प्रशासन और पुलिस पर सवाल
सुरेंद्र यादव का कहना है कि वह महीनों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन न तो पुलिस और न ही प्रशासन उनकी शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है। स्थानीय लोगों का भी मानना है कि अगर समय रहते इस मामले में उचित कदम उठाया जाता, तो शायद यह नौबत न आती।
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