जालना : महाराष्ट्र के जालना जिले में अंधविश्वास और उत्पीड़न का एक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक स्वयंभू बाबा के लगातार उत्पीड़न से तंग आकर 30 वर्षीय एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। इस घटना ने एक बार फिर समाज में फैले अंधविश्वास और स्वयंभू बाबाओं के काले कारनामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कैसे शुरू हुआ उत्पीड़न का सिलसिला
पुलिस के अनुसार, पीड़ित अपनी पत्नी के साथ बुलढाणा जिले के धामनगांव स्थित एक मंदिर में गया था, जहां वे आरोपी के संपर्क में आए। इसके बाद आरोपी ने दंपति को परेशान करना शुरू कर दिया। आरोपी ने दावा किया कि दंपति की बेटी असल में उसकी है और उसने दंपति से बेटी को उसे सौंपने की मांग की। जब दंपति ने इनकार कर दिया, तो आरोपी ने उन्हें धमकी भरे पत्र लिखने शुरू कर दिए और उनकी पत्नी को भी परेशान करने की कोशिश की।
उत्पीड़न से तंग आकर उठाया खौफनाक कदम
लगातार उत्पीड़न से परेशान होकर पीड़ित ने पेड़ में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आरोपी को बुलढाणा के गुम्मी गांव से गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।