जमशेदपुर : झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मईयां योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराज बड़ी संख्या में महिलाएं शुक्रवार को जमशेदपुर स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंचीं। यहां सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से मोहन महतो उन लाभुकों की सूची तैयार कर रहे थे, जिन्हें बीते 6-7 महीनों में एक बार भी योजना का लाभ नहीं मिला है।
महिलाएं शहर के अलग-अलग इलाकों से आई थीं, जिनमें उलीडीह, बागबेड़ा, मानगो और बस्ती क्षेत्रों की महिलाएं अधिक थीं। सभी महिलाओं में गहरी नाराजगी थी। उनका कहना है कि उन्होंने सितंबर और नवंबर 2024 में दो बार आवेदन फॉर्म भरे थे, फिर भी एक बार भी मंईयां योजना की राशि नहीं मिली।
उलीडीह से आईं रेणुका देवी ने कहा, “हम दिसंबर में फॉर्म भरकर दिए थे, लेकिन आज तक एक बार भी पैसा नहीं आया। हम गरीब हैं, दिन-भर मेहनत करके गुजारा करते हैं। सरकार अगर अमीरों को मइया योजना का लाभ दे रही है, तो इस योजना का असली उद्देश्य कहां गया?”
रेणुका देवी ने बताया कि वे बुधवार को भी नाम दर्ज कराने आई थीं, लेकिन तब तक काउंटर बंद हो गया था। “आज फिर आई हूं ताकि मेरा नाम सूची में दर्ज हो और हमें भी इस योजना का लाभ मिले,” उन्होंने कहा।
कई महिलाओं ने कहा कि वे पिछले कई दिनों से लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन योजना से जुड़ने में असफल रही हैं। विभागीय कर्मचारियों से बार-बार पूछने के बावजूद उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है।
इस संबंध में मोहन महतो ने बताया कि फिलहाल वैसे लाभुकों की सूची तैयार की जा रही है, जिनका नाम योजना से वंचित रह गया है। “हम सभी महिलाओं का नाम, पता और आवेदन की तारीख दर्ज कर रहे हैं। सूची बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा ताकि जल्द समाधान हो सके,” उन्होंने कहा।


