चेन्नई: चेन्नई में रविवार की सुबह एक बड़ा हादसा होने से बच गया, जब एक इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट लैंडिंग के दौरान तूफानी हवाओं के कारण हवा में डगमगा गई। यह घटना उस समय हुई जब फ्लाइट चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के लिए आ रही थी और तट से टकराने के बाद भी तूफान फेंगल का प्रभाव इलाके में महसूस किया जा रहा था।

तूफान का प्रभाव और लैंडिंग के दौरान परेशानी
तूफान फेंगल के प्रभाव के चलते तमिलनाडु के कई इलाकों में तेज हवाएं और मूसलाधार बारिश हो रही थी। चेन्नई में भी मौसम काफी खराब था और इसे देखते हुए प्रशासन ने लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी थी। ऐसे में जब इंडिगो की फ्लाइट रनवे पर लैंडिंग के लिए पहुंची, तो तेज हवाओं के कारण विमान हवा में लहराने लगा।
लैडिंग के समय विमान हवा में लहराने लगा
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जब इंडिगो की फ्लाइट रनवे पर लैंडिंग के लिए पहुंची, तो तेज हवाओं के कारण विमान हवा में लहराने लगा। पायलट ने तुरंत अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए लैंडिंग को स्थगित कर दिया और विमान को फिर से हवा में ऊपर उठाने का फैसला किया। इस त्वरित और सही निर्णय के कारण फ्लाइट को हादसे का सामना नहीं करना पड़ा और विमान सुरक्षित रूप से वापस हवा में उड़ने में सफल रहा।
पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
यह घटनाक्रम साबित करता है कि पायलट की सूझबूझ और अनुभव किसी भी विमान दुर्घटना को रोकने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पायलट ने जो त्वरित निर्णय लिया, वह जीवन रक्षक साबित हुआ। विमान का पहिया रनवे से टच होने के बाद भी पायलट ने बिना समय गंवाए फ्लाइट को फिर से ऊपर उठाया, जिससे विमान हादसे का शिकार होने से बच गया। सोशल मीडिया पर अब लोग पायलट की इस बहादुरी और निर्णय क्षमता की सराहना कर रहे हैं।
तूफान फेंगल का असर
चूंकि तूफान फेंगल पहले ही समुद्री तट से टकरा चुका था, लेकिन इसके साइड इफेक्ट अब भी इलाके में महसूस किए जा रहे थे। तूफान ने दिशा बदल ली है, लेकिन इसके कारण बारिश और तेज हवाएं अभी भी चल रही हैं। चेन्नई और उसके आसपास के क्षेत्रों में पानी भरने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिनमें रंगनाथन सबवे समेत कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन ने भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी करते हुए लोगों से सुरक्षा बरतने की अपील की है।
पायलट की साहसिकता की सराहना
इस हादसे में पायलट की सूझबूझ और साहस ने उन सभी यात्रियों की जान बचाई, जो फ्लाइट में सवार थे। सोशल मीडिया पर लोग अब पायलट की तारीफ कर रहे हैं, कि खतरे को महसूस किया व उन्होंने परिस्थिति को समझते हुए सही समय पर निर्णय लिया। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे त्वरित निर्णय और शांत दिमाग से किसी भी संकट से बचा जा सकता है।
चेन्नई में तूफान फेंगल के दौरान हुई इस फ्लाइट की घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि एयरलाइंस के पायलटों का अनुभव और उनकी सूझबूझ किसी भी संकट से उबरने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पायलट ने लैंडिंग के दौरान खतरनाक हालात को भांपते हुए बेहद सूझबूझ से विमान को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाया। यह घटना साबित करती है कि सुरक्षा सबसे पहले होती है और हर एक निर्णय जानों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।