सेंट्रल डेस्क: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता इल्तिजा मुफ़्ती ने सोमवार को जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात करने को लेकर निशाना साधा। इल्तिजा की यह टिप्पणी उस समय आई जब रिजिजू ने उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला के साथ श्रीनगर के गुलाब बाग में “सुबह की सैर” करते हुए तस्वीरें साझा की थीं।
क्या कहा पीडीपी नेता ने
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुफ़्ती ने कहा, “क्या कहें जब भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य का मुख्यमंत्री उस बीजेपी मंत्री को रेड कार्पेट वेलकम करता है, जिसने वह वक्फ बिल पेश किया है, जिसका उद्देश्य मुसलमानों को कमजोर करना और हाशिए पर डालना है?” मुफ़्ती ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की भी सराहना की, जिन्होंने इस बिल के खिलाफ मजबूत रुख अपनाया और मुस्लिम अधिकारों की रक्षा के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। मुफ़्ती ने लिखा, “यह उस तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से पूरी तरह विपरीत है, जिन्होंने वक्फ बिल के खिलाफ तुरंत एक प्रस्ताव पेश कर अपनी हिम्मत दिखाई।”
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ बिल को लेकर हंगामा
इस बीच, सोमवार को जम्मू और कश्मीर विधानसभा में हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) बिल को लेकर भारी हंगामा हुआ। सत्तारूढ़ पार्टी ने संसद में पास हुए कानून पर चर्चा की मांग की, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्वीकृति के बाद कानून बना दिया गया था। नेशनल कांफ्रेंस (NC) ने विधानसभा में एक स्थगन प्रस्ताव लाकर इस विवादास्पद कानून पर चर्चा करने की कोशिश की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसे खारिज कर दिया, जिससे सदन में अराजकता फैल गई।
“वक्फ” शब्द को बदलकर UMEED किया जाएगा
वक्फ संशोधन बिल हाल ही में भारतीय संसद में बहस के बाद पारित हुआ, जिसमें लोकसभा में 288-232 मतों से और राज्यसभा में 128 मतों से पक्ष में और 95 मतों से विरोध में वोट पड़े। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, नया कानून वक्फ (संशोधन) एक्ट 2025 के नाम से होगा। इस संशोधन के तहत “वक्फ” शब्द को बदलकर “यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट, एम्पावरमेंट, एफिशियेंसी एंड डेवेलपमेंट” (UMEED) कर दिया जाएगा।


