मेलबर्न : भारतीय क्रिकेट में एक नए चमकदार सितारे के रूप में उभरे नितीश कुमार रेड्डी ने Australia के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, जिससे न केवल भारत को मजबूती मिली, बल्कि उन्होंने क्रिकेट प्रेमियों का दिल भी जीत लिया। इस दौरान भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने नितीश के पिता मुत्याला से मिलकर उन्हें बधाई दी और उनके योगदान की सराहना की, जिससे नितीश क्रिकेट के मैदान पर अपनी पहचान बनाने में सफल हो सके।
नितीश ने अपने पहले टेस्ट शतक की बदौलत भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट की पहली पारी में मजबूती दी और मेजबान टीम की बढ़त को 105 रनों तक सीमित करने में अहम योगदान दिया। यह शतक भारतीय टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, खासकर तब जब ऑस्ट्रेलिया ने पहले 474 रन बना दिए थे, और भारत 221 रन पर सात विकेट गंवाकर संकट में था।
गावस्कर की भावुक सराहना
गावस्कर ने इस शानदार पारी के लिए नितीश के पिता मुत्याला को धन्यवाद दिया। भावुक होकर गावस्कर ने कहा, ‘आप जानते हैं कि उन्होंने (नितीश की यात्रा में) कितने बड़े त्याग किए और आपकी वजह से मेरी आंखों में आंसू हैं’। उन्होंने आगे कहा, ‘आपकी वजह से भारत को क्रिकेट में एक रत्न मिला है’। गावस्कर के इन शब्दों ने न केवल नितीश के परिवार को गौरवान्वित किया, बल्कि यह उनके पिता के संघर्ष और त्याग की भी एक बड़ी सराहना थी।
नितीश की मां का भावुक बयान
नितीश की मां भी अपने बेटे की सफलता से अभिभूत थीं। उन्होंने गावस्कर से कहा कि उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा इतने बड़े मंच पर खेल रहा है और इतनी बड़ी पारी खेली है। यह पंक्तियां इस बात का स्पष्ट संकेत देती हैं कि नितीश के परिवार के लिए यह क्षण कितना भावुक और अभूतपूर्व था।
मुत्याला ने गावस्कर का सम्मान किया
नितीश के पिता मुत्याला ने अपने बेटे की शानदार पारी को देखकर गर्व और भावनाओं के मिश्रित अहसास से कदम बढ़ाए। उन्होंने सभी को धन्यवाद कहा और सम्मान के रूप में गावस्कर के पैर छुए। यह उनके लिए एक अभूतपूर्व क्षण था, जो क्रिकेट के खेल में उनके बेटे की सफलता का प्रतीक था।
रवि शास्त्री की भावनाएं भी व्यक्त हुईं
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी नितीश की शानदार पारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नितीश की बल्लेबाजी ने उनकी आंखों में आंसू ला दिए थे। शास्त्री ने कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, अपनी प्रतिभा और अनुशासन का परिचय दिया। यही वजह है कि आप और इरफान (कमेंट्री करते हुए) बोल रहे थे’। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं चुप हो गया और मेरी आंखों में आंसू आ गए। मेरी आंखों में इतनी जल्दी (खुशी के) आंसू नहीं आते’। शास्त्री ने नितीश की पारी को देखकर उस पल को बेहद खास बताया और इसे क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ी घटना के रूप में याद किया।
नितीश का शानदार शतक
नितीश कुमार रेड्डी ने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के बाद शानदार शतक बनाकर सबको हैरान कर दिया। उन्होंने 189 गेंदों पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 114 रन बनाए। हालांकि, वह अंततः चौथे दिन सुबह के सत्र में आउट हो गए, लेकिन उनकी पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और टीम के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई।
नितीश का योगदान और क्रिकेट में उनकी भूमिका
नितीश के इस शानदार शतक ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक नई पहचान दिलाई है। उनकी यह पारी न केवल उनके व्यक्तिगत कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक नया अध्याय है। नितीश ने यह साबित कर दिया कि उन्होंने भी बड़े मंच पर खेलने की पूरी तैयारी कर रखी है और उनकी क्रिकेट यात्रा आने वाले दिनों में और भी ऊंचाइयों को छुएगी।
नितीश के शतक ने न केवल उनके परिवार का सपना साकार किया, बल्कि इसने भारतीय क्रिकेट टीम को भी एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। उनके इस प्रदर्शन को हमेशा याद रखा जाएगा, और यह भारतीय क्रिकेट में उनकी भविष्यवाणी की दिशा को तय करेगा।