Jamshedpur: पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने डिमना स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल का गुरुवार को निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मकसद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना और चिकित्सा ढांचे को मजबूत करना है। डीसी के निर्देश पर अब 15 जून तक नए अस्पताल में ओटी शिफ्ट हो जाएगी। ओपीडी पर्ची हिंदी और अन्य स्थानीय भाषा में दी जाएगी ताकि, मरीज इसको पढ़ सकें।
उपायुक्त ने अस्पताल के जनरल वार्ड, महिला वार्ड, सर्जिकल, बाल रोग, ऑर्थोपेडिक, साइकेट्रिक ओपीडी, प्रसूति वार्ड, इमरजेंसी, काउंसिलिंग रूम, सेफ्टिक लेबर ओटी और आईसीयू का निरीक्षण कर सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर उनके अनुभव और समस्याएं जानीं तथा अस्पताल परिसर में सूचना पट्ट, साइनेज और फ्लोर इंडेक्स लगाने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को वार्ड ढूंढने में सुविधा हो। इसके साथ ही पर्चियों को हिंदी या स्थानीय भाषा में उपलब्ध कराने को कहा ताकि मरीजों को पढ़ने में परेशानी न हो।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने स्वयं रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जाकर ओपीडी पर्ची बनवाकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की गति और टर्नअराउंड टाइम की जांच की। उन्होंने कहा कि पुराने भवन से नए अस्पताल में शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है, जिसे शीघ्र पूरा करने के लिए तेजी लाई जा रही है। खासकर ऑपरेशन थिएटर (OT) को 15 जून तक शिफ्ट कर पूरी तरह क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सर्जरी से संबंधित मरीजों को मुख्य एमजीएम अस्पताल पर निर्भर न रहना पड़े।

अस्पताल परिसर की स्वच्छता, दवा वितरण, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति, मरीजों के बैठने की व्यवस्था, प्रतीक्षा कक्ष सहित अन्य मूलभूत सेवाओं की स्थिति का भी उपायुक्त ने जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक सुधार के स्पष्ट निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि डिमना यूनिट को संसाधन संपन्न, भरोसेमंद और सेवाभावी स्वास्थ्य केंद्र के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने दोहराया कि जिले की जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिले, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान डीसी के साथ परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी, एमजीएम अधीक्षक, उपाधीक्षक डॉ. जुझार मांझी, भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता उज्ज्वल नाग सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।


