हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लापरवाही (MGM Negligence) का एक बड़ा मामला सामने आया है। अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने एक गर्भवती महिला को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून का चढ़ा दिया। इस घटना के बाद गर्भवती महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार को लिखित शिकायत कर जांच की भी मांग की, जिससे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार ने कहा कि इसकी शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है। संबंधित कर्मचारी से पूछताछ भी की गई है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
क्या है मामला
दरअसल, एमजीएम (MGM Negligence) में एक गर्भवती महिला को उसके परिजनों ने भर्ती कराया था। शरीर में खून की मात्रा कम होने के चलते डॉक्टरों ने ब्लड चढ़ाने की सलाह दी। डॉक्टर ने एमजीएम ब्लड बैंक से गर्भवती को खून चढ़ाने के लिए दूसरे ग्रुप का जारी कर दिया गया। हालांकि, संयोग अच्छा था कि उसपर किसी की नजर पड़ गई और जच्चा-बच्चा दोनों की जान बच गई। अन्यथा दोनों की मौत भी हो सकती थी।
महिला के परिजनों ने घटना की जानकारी भाजपा नेता बिमल बैठा को भी दी। इसके बाद वे भी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम से अधीक्षक को अवगत कराया। बिमल बैठा ने कहा कि अस्पताल में लगातार लापरवाही का मामला सामने आ रहा है, जो चिंता का विषय है। (MGM Negligence)
पटमदा की रहने वाली है गर्भवती
पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड के बेलटांड़ निवासी कामदेव अपनी गर्भवती पत्नी को बीते मंगलवार की शाम को एमजीएम में भर्ती कराया। इस दौरान चिकित्सकों ने खून लाने को कहा। साथ ही खून का सैंपल भी दिया गया। इसके बाद पीड़ित के परिजन खून का सैंपल व पर्ची लेकर ब्लड बैंक चले गए। वहां पर जांच के बाद महिला के परिजनों को बी-पॉजिटिव खून थमा दिया गया। जबकि, ब्लड बैंक के कर्मचारी से कहा भी गया कि महिला का ब्लड ग्रुप ओ-पॉजिटिव है।
(MGM Negligence) इसके बाद भी कर्मचारी ध्यान नहीं दिए और बी-पॉजिटिव ब्लड ग्रुप ही दे दिए। परिजन लेकर चले भी आए। लेकिन, जब वार्ड में चढ़ाने की तैयारी की जा रही थी तब उसके पति की नजर पड़ी और वे हल्ला करने लगा। इसके बाद उसपर सभी का ध्यान गया।
MGM Negligence: गलत खून से जा सकती है जान
चिकित्सकों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति में दूसरे ब्लड ग्रुप का खून दिया जाए तो यह उस व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ब्लड में अलग तरह के एंटीजन आने पर रिएक्शन शुरू होती है और ब्लड वेसल्स को ब्लॉक कर देते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। इसके साथ ही हीमोग्लोबिन प्लाज्मा में गिरने लगता है और हीमोग्लोबिन भी बिलीरुबिन नाम के एक सब्सटांस में बदलने लगता है, जिससे पीलिया होने खतरा काफी बढ़ जाता है और इस दौरान मरीज की मौत भी हो सकती है ।
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