लखनऊ :Ministers From UP Increased : देश में तीसरी बार फिर से मोदी सरकार बन गई है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही 72 सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन किया है। इस बार उत्तर प्रदेश में बीजेपी की लोकसभा सीटें कम हो गई हैं, जिसके चलते नरेंद्र मोदी को सहयोगी दलों के सहारे सरकार चलानी पड़ रही है। पीएम मोदी ने कैबिनेट के जरिए यूपी की हिस्सेदारी के साथ ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का खास ख्याल रखा है। सीटें घटने के बावजूद इस बार एनडीए सरकार में यूपी के 11 मंत्री हैं, जबकि पिछली बार 2014 और 2019 में 15-15 मंत्री थे।
यह सूबे में बीजेपी की सीटें घटने का असर है। मोदी सरकार के पहले और दूसरे मंत्रिमंडल की तुलना में तीसरे कार्यकाल में मंत्रियों की संख्या ही नहीं घटी, बल्कि इसका सियासी असर सत्ता में जातियों की भागीदारी पर भी पड़ा है।
2014 से 2024 के बीच उत्तर प्रदेश में तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं। वही बीजेपी को 2014 में यूपी की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 71 सीट और 2019 में 62 सीटें मिली थीं, जबकि 2024 में 33 सीट मिली हैं। इस तरह बीजेपी की सीटें यूपी में चुनाव दर चुनाव लगातार कम होती गईं। इसका सीधा असर यह हुआ कि बीजेपी बहुमत से पीछे रह गई और अब मंत्रिमंडल में भी यूपी का प्रतिनिधित्व कम हुआ है।
Ministers From UP Increased : टीडीपी को 16 सांसदों पर मिले 12.5% मंत्री पद
एनडीए में इस बार बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा सीटें चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी को मिली हैं। इस बार टीडीपी ने 16 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन उसके खाते में सिर्फ 1 कैबिनेट मंत्री और 1 राज्य मंत्री का पद आया है। टीडीपी के राम मोहन नायडू ने कैबिनेट मंत्री और डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। टीडीपी के खाते में एक भी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद नहीं आया है। टीडीपी को मौजूदा लोकसभा सीटों पर सिर्फ 12.5% मंत्री पद मिले हैं। हालांकि सुनने में आ रहा है कि टीडीपी ने इससे कहीं ज्यादा की मांग की थी और लोकसभा स्पीकर का पद भी मांगा था।
Ministers From UP Increased : जेडीयू को 12 सांसदों पर सिर्फ 16.6% मंत्री पद
नीतीश कुमार की जेडीयू लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों के लिहाज से एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जेडीयू ने लोकसभा चुनाव में 12 सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन जेडीयू को सिर्फ एक कैबिनेट मंत्री और 1 राज्य मंत्री का पद मिला है।
जेडीयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को कैबिनेट मंत्री और रामनाथ ठाकुर को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। वही खबरें ये भी थीं कि जेडीयू ने कम से कम 2 कैबिनेट मंत्री पद की मांग की थी। जेडीयू के खाते में भी एक भी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद नहीं आया है। जेडीयू को मौजूदा लोकसभा सीटों पर सिर्फ 16.6% मंत्री पद मिले हैं।